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बैंक में कितने प्रकार के जमा खाते होते हैं

बैंक में कितने प्रकार के जमा खाते होते हैं

बैंक क्या है?

बैंक एक वित्तीय संस्थान है , जिसकी प्राथमिक गतिविधि ग्राहकों के लिए भुगतान के ऐजेंट के रुप में में उधार लेने और उधार देने का कार्य करना है ।

बैंक में जमा खाते के प्रकार

  1. बचत खाते(Savings Accounts)
  2. आवर्ती खाते(Recurring Accounts)
  3. मियादी जमा खाते(Fixed Deposit Accounts)

        1.  बचत खाते(Savings Accounts)

  • हर रोज के इस्तेमाल के लिए खुलवाया जाने वाला खाता 
  • इसमें कभी भी रकम डाली जा सकती है और निकाली जा सकती है ।
  • ये खाते व्यापारिक उद्देश्य से नहीं खोले जाते हैं। इसलिए इस खाते से रकम निकालने पर बैंक कुछ पाबंदी लगाते हैं।
  • एक सीमा से ज्यादा लेन-देन किए जाने प बैंक कुछ शुल्क भी लगा सकते हैं ।
  • इन खातों पर हर छमाही पर ब्याज दिया जाता है ।
  • आमतौर पर महीने की 10 तारीख से अंतिम तारीख के बीच खाते में न्यूनतम राशि पर ब्याज दिया जाता है ।
  • जमाकर्ता महीने के पहले नौ दिन अपना पैसा इस्तेमाल कर सकता है और दसवें दिन उतनी ही रकम खाते में डालकर पूरे महीने का ब्याज पा सकता है ।

        2.  आवर्ती खाते(Recurring Accounts)

  • हर महीने एक निष्चित रकम जमा कर आवर्ती खाता खोल सकते हैं।
  • ये खाते एक निर्धारित अवधि के लिए खोले जाते हैं ।
  • हर महीने जमा की जा रही रकम पर खाते की निर्धारित अवधि पूरी होने तक पूर्व निर्धारित दर से ब्याज मिलता है ।

        3.  मियादी जमा खाते(Fixed Deposit Accounts)

  • इस खाते में एक निष्चित समय के लिए रकम जमा कर दी जाती है ।
  • इसके लिए जमाकर्ता को मियादी जमा रसीद मिलती है।
  • इस खाते में बचत खाते से ज्यादा ब्याज मिलता है ।
  • इसमें ब्याज की दर जमा राशि की अवधि के दौरान नहीं बदलती है ।
  • मियादी खाता एक से ज्यादा रखा जा सकता है और इसका ब्याज हर महीने हर तिमाही व्यक्ति के बचत/चालू खाते में जमा हो सकता है ।
  • आपके मियादी/आवर्ती खाते का अपने नवीकरण होता रहेगा ताकि एक लंबी अवधि के बाद आपको एक बड़ी रकम मिल सके।
  • कुछ बैंक हर महीने बदली जा  सकने वाली किस्तों के आवर्ती खाते भी स्वीकार करते हैं ।
  • अंधे और अनपढ़ लोग भी बैंकों में खाते खोल सकते हैं । उनके लिए विशेष सुविधाएं हैं तथा उन्हें धोखाधड़ी से बचाने के लिए विशेष प्रावधान हैं ।

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

बंदी (कैदी) का अधिकार