Main Menu

सरकार ने देश में रहने वाले गरीब यानी निर्धन परिवार के लोगों को सस्ते में राशन उपलब्ध कराने के लिए सभी ग्राम पंचायतों में सरकारी राशन की दुकान की स्थापना की है| इन निर्धन लोगों तक सस्ता राशन पहुंचने के लिये सरकार ने कोटेदार यानी राशन डीलर की नियुक्ति भी की गयी है। यदि आप लोग भी गरीबों की श्रेणी में आते हैं और राशन लेते हैं तो आप भी कोटेदार को अवश्य जानते होंगे। हालांकि सामान्यत: देखने और सुनने को मिलता है कि कोटेदार से सरकारी राशन लेने वाले राशनकार्ड धारकों को पता ही नहीं होता है कि कोटेदार कौन होते हैं, कोटेदार कैसे बनाये जाते हैं, और इनके विरुद्ध शिकायत कैसे की जा सकती है। यदि आप भी नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है। चलिये हम आपको बताते हैं । Follow us- Website- https://adhikarexpress.com/ or adhikarexpress.in/ Facebook- https://www.facebook.com/adhikarexpress1 Twitter- https://twitter.com/adhikarexpress1 Koo- https://www.kooapp.com/feed/adhikarexpress For any complaint or suggestion mail to This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it.. उपयोग की शर्तें (Disclaimer) मित्रों, अधिकार एक्सप्रेस एक स्टार्ट-अप ऑनलाइन समाचार चैनल है। इसका संचालन अधिकार एक्सप्रेस फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है। अधिकार एक्सप्रेस का उद्देश्य जनता को लोक सेवा अधिकारों के प्रति जागरुक करने के साथ ही उन तक सच्चे समाचार पहुंचाना है। लोकसेवा अधिकारों से जुड़ी जानकारियां संबंधित सरकारी विभाग की अधिकारिक वेबसाइट, समाचारों की वेबसाइट और समाचार पत्रों से ली जाती हैं। हालांकि इस वेबसाइट पर सामग्री की सटीकता सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए गए हैं, फिर भी इसे कानून के एक साक्ष्य के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए या किसी कानूनी उद्देश्यों के लिए उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। इसके प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष उपयोग से उत्पन्न होने वाले या डेटा के उपयोग से उत्पन्न होने वाली किसी भी घटना के तहत अधिकार एक्सप्रेस, बिना किसी सीमा के हानि या नुकसान के लिए उत्तरदायी नहीं होगा। इसलिए प्रत्येक जानकारी की समीक्षा अन्य श्रोंतों से भी कर लें।

आज समय बहुत बदल गया है, मोबाइल,फेसबुक, वॉट्सअप, इमेल जैसी तकनीकें आ गयी हैं। समय ने करवट ले ली है। अब डाकिया की जगह कूरियर और मोबाइल का दौर आ गया है। डाकिया बाबू चिट्ठियां नहीं व्यावसायिक डाक बांटने लगे हैं। डाकघरों के बाहर एटीएम मशीनें लग गई हैं। यदि कोई भी व्यक्ति चाहे तो अपनी चिट्ठी, स्पीड पोस्ट या पार्सल को करने के बाद उसकी लोकेशन को ट्रैक भी कर सकता है। अब ऐसी स्थिति में आपके मन में यह जानने की उत्सुकता होगी कि आखिर इन कार्यों को वाला डाकिया कौन होता है, उसके दायित्व क्या होते हैं और उसकी योग्यता क्या होती है। चलिये हम आपको बताते हैं। Follow us- Website- https://adhikarexpress.com/ or adhikarexpress.in/ Facebook- https://www.facebook.com/adhikarexpress1 Twitter- https://twitter.com/adhikarexpress1 Koo- https://www.kooapp.com/feed/adhikarexpress For any complaint or suggestion mail to This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it.. उपयोग की शर्तें (Disclaimer) मित्रों, अधिकार एक्सप्रेस एक स्टार्ट-अप ऑनलाइन समाचार चैनल है। इसका संचालन अधिकार एक्सप्रेस फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है। अधिकार एक्सप्रेस का उद्देश्य जनता को लोक सेवा अधिकारों के प्रति जागरुक करने के साथ ही उन तक सच्चे समाचार पहुंचाना है। लोकसेवा अधिकारों से जुड़ी जानकारियां संबंधित सरकारी विभाग की अधिकारिक वेबसाइट, समाचारों की वेबसाइट और समाचार पत्रों से ली जाती हैं। हालांकि इस वेबसाइट पर सामग्री की सटीकता सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए गए हैं, फिर भी इसे कानून के एक साक्ष्य के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए या किसी कानूनी उद्देश्यों के लिए उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। इसके प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष उपयोग से उत्पन्न होने वाले या डेटा के उपयोग से उत्पन्न होने वाली किसी भी घटना के तहत अधिकार एक्सप्रेस, बिना किसी सीमा के हानि या नुकसान के लिए उत्तरदायी नहीं होगा। इसलिए प्रत्येक जानकारी की समीक्षा अन्य श्रोंतों से भी कर लें।

उत्तर प्रदेश विधानसभा में चर्चा के समय उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य की टिप्पणी पर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव गुस्से में आ गये और केशव मौर्य के विरोध में हंगामा करने लगे । हालांकि कुछ देर बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुर्सी से उठे और उन्होंने अखिलेश यादव को चेताया कि वह कोई आपत्तिजनक टिप्पणी करने से बचें। हमारी वेबसाइट: http://adhikarexpress.com/.in Follow us- Website- https://adhikarexpress.com/ or .in/ Facebook- https://www.facebook.com/adhikarexpress1 Twitter- https://twitter.com/adhikarexpress1 Koo- https://www.kooapp.com/feed/adhikarexpress For any complaint or suggestion mail to This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it.. उपयोग की शर्तें (Disclaimer) मित्रों, अधिकार एक्सप्रेस एक स्टार्ट-अप ऑनलाइन समाचार चैनल है। इसका संचालन अधिकार एक्सप्रेस फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है। अधिकार एक्सप्रेस का उद्देश्य जनता को लोक सेवा अधिकारों के प्रति जागरुक करने के साथ ही उन तक सच्चे समाचार पहुंचाना है। लोकसेवा अधिकारों से जुड़ी जानकारियां संबंधित सरकारी विभाग की अधिकारिक वेबसाइट, समाचारों की वेबसाइट और समाचार पत्रों से ली जाती हैं। इसलिये इन जानकारियों का उपयोग करने से पहले संबंधित विभाग की अधिकारिक वेबसाइट को अवश्य देख लें। हालांकि इस वेबसाइट पर सामग्री की सटीकता सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए गए हैं, फिर भी इसे कानून के एक साक्ष्य के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए या किसी कानूनी उद्देश्यों के लिए उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। इसके प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष उपयोग से उत्पन्न होने वाले या डेटा के उपयोग से उत्पन्न होने वाली किसी भी घटना के तहत अधिकार एक्सप्रेस, बिना किसी सीमा के हानि या नुकसान के लिए उत्तरदायी नहीं होगा। इसलिए प्रत्येक जानकारी की समीक्षा अन्य श्रोंतों से भी कर लें।

उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक दूसरे से भिड़ गये। और एक दूसरे पर जमकर शब्दों के बांण चलाये। हमारी वेबसाइट: http://adhikarexpress.com/.in Follow us- Website- https://adhikarexpress.com/ or .in/ Facebook- https://www.facebook.com/adhikarexpress1 Twitter- https://twitter.com/adhikarexpress1 Koo- https://www.kooapp.com/feed/adhikarexpress For any complaint or suggestion mail to This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it.. उपयोग की शर्तें (Disclaimer) मित्रों, अधिकार एक्सप्रेस एक स्टार्ट-अप ऑनलाइन समाचार चैनल है। इसका संचालन अधिकार एक्सप्रेस फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है। अधिकार एक्सप्रेस का उद्देश्य जनता को लोक सेवा अधिकारों के प्रति जागरुक करने के साथ ही उन तक सच्चे समाचार पहुंचाना है। लोकसेवा अधिकारों से जुड़ी जानकारियां संबंधित सरकारी विभाग की अधिकारिक वेबसाइट, समाचारों की वेबसाइट और समाचार पत्रों से ली जाती हैं। इसलिये इन जानकारियों का उपयोग करने से पहले संबंधित विभाग की अधिकारिक वेबसाइट को अवश्य देख लें। हालांकि इस वेबसाइट पर सामग्री की सटीकता सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए गए हैं, फिर भी इसे कानून के एक साक्ष्य के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए या किसी कानूनी उद्देश्यों के लिए उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। इसके प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष उपयोग से उत्पन्न होने वाले या डेटा के उपयोग से उत्पन्न होने वाली किसी भी घटना के तहत अधिकार एक्सप्रेस, बिना किसी सीमा के हानि या नुकसान के लिए उत्तरदायी नहीं होगा। इसलिए प्रत्येक जानकारी की समीक्षा अन्य श्रोंतों से भी कर लें।

पंचायती राज अधिनियम के अंतर्गत जब से ग्राम पंचायतों में गांव के विकास की योजनाओं के लिये करोड़ों रुपये सरकारी धन आने लगा है तब से जिले, तहसील और विकास खंड में बह रहा भ्रष्टाचार का गंदा नाला, ग्राम पंचायत में भी बहने लगा है। ग्राम प्रधान, ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों से मिलीभगत करके सरेआम इस कारनामे को अंजाम दे रहे हैं। वहीं दूसरी ओर भ्रष्टाचार के इस नाले की सड़ांध भरी बदबू से गांव के लोगों का दम घुट रहा है, और वह इससे मुक्ति पाने के लिये छटपटा रहे हैं, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की एंटीबॉडी इतनी मजबूत है कि वह भष्टाचार के इस नाले को रोकने की बजाय स्वयं भी इसकी सड़ांध भरी बदबू का सुख लेने में जुटे हुये हैं। और ग्राम प्रधान से साथ मिलकर इंटरलॉकिंग, नाली, शौचालय, आवास आदि के धन को खुलेआम लूट रहे हैं। यदि आप भी इस तरह के भ्रष्टाचार के कारण परेशान हैं तो अब आपको परेशान होने की कोई आवश्यकता नहीं है। यदि पंचायती राज अधिनियम ने ग्राम प्रधान को अपने गांव के विकास के लिये कई शक्तियां दी हैं तो वहीं संविधान ने कुछ शक्तियां गांव के मतदाताओं को भी दी हैं। यदि ग्राम प्रधान भ्रष्टाचार में लिप्त है और आपने गांव का विकास नहीं कर रहा है तो पंचायतीराज अधिनियम की धारा 14 आपको अपने गांव के प्रधान को हटाने की शक्ति प्रदान करती है। और आप अपने गांव के प्रधान को हटा सकते हैं। हमारी वेबसाइट: http://adhikarexpress.com/.in Follow us- Website- https://adhikarexpress.com/ or .in/ Facebook- https://www.facebook.com/adhikarexpress1 Twitter- https://twitter.com/adhikarexpress1 Koo- https://www.kooapp.com/feed/adhikarexpress For any complaint or suggestion mail to This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it.. उपयोग की शर्तें (Disclaimer) मित्रों, अधिकार एक्सप्रेस एक स्टार्ट-अप ऑनलाइन समाचार चैनल है। इसका संचालन अधिकार एक्सप्रेस फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है। अधिकार एक्सप्रेस का उद्देश्य जनता को लोक सेवा अधिकारों के प्रति जागरुक करने के साथ ही उन तक सच्चे समाचार पहुंचाना है। लोकसेवा अधिकारों से जुड़ी जानकारियां संबंधित सरकारी विभाग की अधिकारिक वेबसाइट, समाचारों की वेबसाइट और समाचार पत्रों से ली जाती हैं। इसलिये इन जानकारियों का उपयोग करने से पहले संबंधित विभाग की अधिकारिक वेबसाइट को अवश्य देख लें। हालांकि इस वेबसाइट पर सामग्री की सटीकता सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए गए हैं, फिर भी इसे कानून के एक साक्ष्य के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए या किसी कानूनी उद्देश्यों के लिए उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। इसके प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष उपयोग से उत्पन्न होने वाले या डेटा के उपयोग से उत्पन्न होने वाली किसी भी घटना के तहत अधिकार एक्सप्रेस, बिना किसी सीमा के हानि या नुकसान के लिए उत्तरदायी नहीं होगा। इसलिए प्रत्येक जानकारी की समीक्षा अन्य श्रोंतों से भी कर लें।

आप लोगों ने ग्राम प्रधान का नाम तो अवश्य सुना होगा। जिस प्रकार से एक घर को ठीक प्रकार से चलाने के लिये घर के मुखिया का होना आवश्यक होता है, ठीक उसी प्रकार एक गांव को चलाने के लिये ग्राम सभा के मतदाताओं द्वारा निर्वाचित एक ग्राम पंचायत अध्यक्ष यानी ग्राम प्रधान की आवश्यकता होती है, जो गांव में होने वाली किसी भी सभा का अध्यक्ष होता है। अब चलिये हम आपको विस्तार से बताते हैं कि ग्राम प्रधान कौन होता है। उसके अधिकार तथा दायित्व क्या होते हैं और उसके निर्वाचित होने की योग्यता क्या होती है। चलिये आपको बताते हैं...। हमारी वेबसाइट: http://adhikarexpress.com/.in Follow us- Website- https://adhikarexpress.com/ or .in/ Facebook- https://www.facebook.com/adhikarexpress1 Twitter- https://twitter.com/adhikarexpress1 Koo- https://www.kooapp.com/feed/adhikarexpress For any complaint or suggestion mail to This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it.. उपयोग की शर्तें (Disclaimer) मित्रों, अधिकार एक्सप्रेस एक स्टार्ट-अप ऑनलाइन समाचार चैनल है। इसका संचालन अधिकार एक्सप्रेस फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है। अधिकार एक्सप्रेस का उद्देश्य जनता को लोक सेवा अधिकारों के प्रति जागरुक करने के साथ ही उन तक सच्चे समाचार पहुंचाना है। लोकसेवा अधिकारों से जुड़ी जानकारियां संबंधित सरकारी विभाग की अधिकारिक वेबसाइट, समाचारों की वेबसाइट और समाचार पत्रों से ली जाती हैं। इसलिये इन जानकारियों का उपयोग करने से पहले संबंधित विभाग की अधिकारिक वेबसाइट को अवश्य देख लें। हालांकि इस वेबसाइट पर सामग्री की सटीकता सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए गए हैं, फिर भी इसे कानून के एक साक्ष्य के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए या किसी कानूनी उद्देश्यों के लिए उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। इसके प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष उपयोग से उत्पन्न होने वाले या डेटा के उपयोग से उत्पन्न होने वाली किसी भी घटना के तहत अधिकार एक्सप्रेस, बिना किसी सीमा के हानि या नुकसान के लिए उत्तरदायी नहीं होगा। इसलिए प्रत्येक जानकारी की समीक्षा अन्य श्रोंतों से भी कर लें।

आप यदि किसी सरकारी, गैर सरकारी, ग्रामीण बैंकों, वित्तीय संस्थाओं और फाइनेंस कंपनियों में निजी या सरकारी योजनाओं से संबंधित ऋण लेने के लिये जाते हैं तो वहां पर आपकी भेंट एक ऋण अधिकारी होती है, ऋण अधिकारी वह व्यक्ति होता है जो एक बैंक या किसी वित्तीय संस्थान का प्रतिनिधित्व करता है, जो आपका आवेदन लेता है और आपकी आवश्यकताओं के अनुरूप ऋण दिलवाने का कार्य करता है। क्योंकि ऋण अधिकारी को बैंक द्वारा दिये जाने वाले विभिन्न प्रकार के ऋणों की विस्तृत जानकारी होती है जो एक बैंक दे सकता है। इसीलिये आज कल बैंकिंग सुविधाओं की बढ़ती मांग के कारण बीते कुछ वर्षों ऋण अधिकारियों की मांग बहुत अधिक बढ़ने लगी है। हालांकि हो सकता है अभी भी आप लोगों में बहुत से लोगों को पता ही नहीं हो कि ऋण अधिकारी कौन होता है, उसके दायित्व क्या होते हैं और उसकी योग्यता क्या होती है। यदि आप भी नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है। चलिये हम आपको बताते हैं ...। हमारी वेबसाइट: http://adhikarexpress.com/.in Follow us- Website- https://adhikarexpress.com/ or .in/ Facebook- https://www.facebook.com/adhikarexpress1 Twitter- https://twitter.com/adhikarexpress1 Koo- https://www.kooapp.com/feed/adhikarexpress For any complaint or suggestion mail to This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it.. उपयोग की शर्तें (Disclaimer) मित्रों, अधिकार एक्सप्रेस एक स्टार्ट-अप ऑनलाइन समाचार चैनल है। इसका संचालन अधिकार एक्सप्रेस फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है। अधिकार एक्सप्रेस का उद्देश्य जनता को लोक सेवा अधिकारों के प्रति जागरुक करने के साथ ही उन तक सच्चे समाचार पहुंचाना है। लोकसेवा अधिकारों से जुड़ी जानकारियां संबंधित सरकारी विभाग की अधिकारिक वेबसाइट, समाचारों की वेबसाइट और समाचार पत्रों से ली जाती हैं। इसलिये इन जानकारियों का उपयोग करने से पहले संबंधित विभाग की अधिकारिक वेबसाइट को अवश्य देख लें। हालांकि इस वेबसाइट पर सामग्री की सटीकता सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए गए हैं, फिर भी इसे कानून के एक साक्ष्य के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए या किसी कानूनी उद्देश्यों के लिए उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। इसके प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष उपयोग से उत्पन्न होने वाले या डेटा के उपयोग से उत्पन्न होने वाली किसी भी घटना के तहत अधिकार एक्सप्रेस, बिना किसी सीमा के हानि या नुकसान के लिए उत्तरदायी नहीं होगा। इस पोर्टल पर शामिल अन्य वेबसाइटों के लिंक केवल सार्वजनिक सुविधा के लिए उपलब्ध कराए जाते हैं। हम हर समय ऐसे लिंक किए गए पृष्ठों की उपलब्धता की गारंटी नहीं दे सकते हैं। यदि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी से कोई असुविधा होती है तो उसके लिए हम उत्तरदायी नहीं होंगे। इसलिए प्रत्येक जानकारी की समीक्षा अन्य श्रोंतों से भी कर लें।

उत्तर प्रदेश का उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, फल, शाकभाजी, आलू, पुष्प, मसाले, औषधि एवं सुगंध के पौधों, खाद्य प्रसंस्करण आदि के लिए विभिन्न योजनायें चला रहा है। प्रदेश में एकीकृत बागवानी विेकास मिशन, ड्रिप व स्प्रिंकलर सिंचाई की स्थापना, औषधीय पौध मिशन, अनुसूचित जाति व जनजाती बाहुल्य क्षेत्रों में बागवानी विकास, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना एवं खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में मानव संसाधन विकास हेतु कार्यक्रमों का क्रियान्वयन किया जा रहा है। सरकार ने इन योजनाओं का लाभ कृषकों तक पहुंचाने के लिये ही विकास खंड के स्तर पर एक सहायक उद्यान निरीक्षक की नियुक्ति की है। आज हम आपको इसी सहायक उद्यान निरीक्षक के विषय में विस्तार से बतायेंगे कि वह कौन होता है, उसके कार्य यानी दायित्व क्या होते हैं और उसकी योग्यता क्या होती है। हमारी वेबसाइट: http://adhikarexpress.com/.in Follow us- Website- https://adhikarexpress.com/ or .in/ Facebook- https://www.facebook.com/adhikarexpress1 Twitter- https://twitter.com/adhikarexpress1 Koo- https://www.kooapp.com/feed/adhikarexpress For any complaint or suggestion mail to This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it.. उपयोग की शर्तें (Disclaimer) मित्रों, अधिकार एक्सप्रेस एक स्टार्ट-अप ऑनलाइन समाचार चैनल है। इसका संचालन अधिकार एक्सप्रेस फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है। अधिकार एक्सप्रेस का उद्देश्य जनता को लोक सेवा अधिकारों के प्रति जागरुक करने के साथ ही उन तक सच्चे समाचार पहुंचाना है। हालांकि यहां पर उपलब्ध सभी जानकारियां संबंधित विभाग की अधिकारिक वेबसाइट, समाचारों की वेबसाइट और समाचार पत्रों के द्वारा ली जाती हैं। इसलिये किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित विभाग की अधिकारिक वेबसाइट को अवश्य देख लें। हालांकि इस वेबसाइट पर सामग्री की सटीकता सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए गए हैं, फिर भी इसे कानून के एक साक्ष्य के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए या किसी कानूनी उद्देश्यों के लिए उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। इसके प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष उपयोग से उत्पन्न होने वाले या डेटा के उपयोग से उत्पन्न होने वाली किसी भी घटना के तहत अधिकार एक्सप्रेस, बिना किसी सीमा के हानि या नुकसान के लिए उत्तरदायी नहीं होगा। इस पोर्टल पर शामिल अन्य वेबसाइटों के लिंक केवल सार्वजनिक सुविधा के लिए उपलब्ध कराए जाते हैं। हम हर समय ऐसे लिंक किए गए पृष्ठों की उपलब्धता की गारंटी नहीं दे सकते हैं। यदि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी से कोई असुविधा होती है तो उसके लिए हम उत्तरदायी नहीं होंगे। इसलिए प्रत्येक जानकारी की समीक्षा अन्य श्रोंतों से भी कर लें।

आप ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं तो आप अवश्य जानते होंगे कि ग्राम पंचायत के कार्यों को संपन्न करने के लिये उत्तर प्रदेश की हर ग्राम पंचायत में एक ग्राम पंचायत अधिकारी की नियुक्ति की गयी है जो ग्राम प्रधान का सचिव होता है। जिसे ग्राम विकास अधिकारी भी कहा जाता है। ग्राम पंचायत अधिकारी और ग्राम विकास अधिकारी एक ही पद के दो नाम है। हालांकि ग्राम विकास अधिकारी ग्रामीण विकास मंत्रालय का कर्मचारी होता है, जबकि ग्राम पंचायत अधिकारी पंचायतीराज विभाग का कर्मचारी होता है। यद्यपि यह हो सकता है कि कुछ लोगों को पता ही न हो कि ग्राम पंचायत अधिकारी कौन होता है? उसके दायित्व क्या होते हैं? और इस पद के लिये सरकार ने योग्यतायें क्या निर्धारित की हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/ Follow us- Website- https://adhikarexpress.com/ or .in/ Facebook- https://www.facebook.com/adhikarexpress1 Twitter- https://twitter.com/adhikarexpress1 Koo- https://www.kooapp.com/feed/adhikarexpress For any complaint or suggestion mail to This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it..

हमारे देश में खनन विभाग को सरकार का पर्स यानी प्राकृतिक संपदा कहा जाता है। लेकिन चिंता की बात यह है कि प्रशासनिक और राजनीतिक संरक्षण के कारण ये प्राकृतिक संपदा खनन माफियाओं के लिये कमाने की गारंटी बन गया है। इसके कारण ही नदी किनारे के सभी तीर्थ स्थल खनन माफिया के भी तीर्थ स्थल बन गए हैं। खनन माफिया सरेआम प्रति दिन लाखों टन बालू और मिट्टी निकाल रहे हैं। लेकिन क्या आप लोग जानते हैं कि आपके जिले में बालू और मिट्टी के अवैध खनन को रोकने के लिये खनन अधिकारी की नियुक्ति की गयी है, जो पुलिस की सहायता से अवैध खनन को रोकने के साथ ही खनन माफियाओं के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही भी करता है। यदि आप लोग नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है। चलिये हम आपको विस्तार से बताते हैं कि खनन अधिकारी कौन होता है, उसके दायित्व क्या होते हैं और सरकार उसकी नियुक्ति कैसे करती है। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/ Follow us- Website- https://adhikarexpress.com/ or .in/ Facebook- https://www.facebook.com/adhikarexpress1 Twitter- https://twitter.com/adhikarexpress1 Koo- https://www.kooapp.com/feed/adhikarexpress For any complaint or suggestion mail to This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it..

आप किसान या व्यापारी हैं तो हो सकता है आप मंडी निरीक्षक के विषय में जानते भी होंगे। क्योंकि कृषि उत्पाद बेचने को लेकर आपका कभी न कभी मंडी निरीक्षक से सामना अवश्य हुआ होगा। हालांकि यह भी हो सकता है कि कुछ लोगों को मंडी निरीक्षक के विषय में कोई भी जानकारी न हो। यदि आप भी नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है। चलिये हम आपको विस्तार से बताते हैं कि मंडी निरीक्षक कौन होता है, उसके दायित्व क्या होते हैं और सरकार उसकी नियुक्ति कैसे करती है। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/ Follow us- Website- https://adhikarexpress.com/ or .in/ Facebook- https://www.facebook.com/adhikarexpress1 Twitter- https://twitter.com/adhikarexpress1 Koo- https://www.kooapp.com/feed/adhikarexpress For any complaint or suggestion mail to This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it..

सामान्यतया देखा जाये तो आजकल गांव से लेकर नगर तक अधिकतर लोग बिजली का उपभोग कर रहे हैं। क्योंकि बिजली आजकल हर व्यक्ति की रोजमर्रा की आवश्यकता बन गयी है। अब हर व्यक्ति के लिये इसके बिना जीना बहुत कठिन हो गया है। यद्यपि कभी-कभी लोगों को बिजली के बढ़े हुये बिल, कनेक्शन की कैटिगरी बदलवाने, और मीटर आदि से जुड़ी समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। लोग इस समस्या की शिकायत के लिये बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एसडीओ का चक्कर भी लगाते हैं। जिससे समस्या का निदान हो सके। लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि जिस एसडीओ के पास वह बिजली से संबंधित समस्या के निदान के लिये जाते हैं, वह अधिकारी कौन होता है और उसके जनता के प्रति कार्य यानी दायित्व क्या होते हैं। तथा इस पद पर उसका चयन कैसे होता है। चलिये आपको विस्तार से बताते हैं....। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/ Follow us- Website- https://adhikarexpress.com/ or .in/ Facebook- https://www.facebook.com/adhikarexpress1 Twitter- https://twitter.com/adhikarexpress1 Koo- https://www.kooapp.com/feed/adhikarexpress For any complaint or suggestion mail to This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it..

यदि आप ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं तो आपने तहसील के स्तर पर कार्य करने वाले राजस्व विभाग के अधिकारी, राजस्व निरीक्षक के विषय में अवश्य सुना होगा। जो किसानों और भू-स्वामियों से राजस्व का संग्रह करने के साथ ही आवश्यकता पड़ने पर मामले की जांच भी करते हैं। और साथ ही लेखपाल के साथ मिलकर भूमि के आवंटन और पैमाइश आदि कार्यों को भी करते हैं। हालांकि हो सकता है कुछ लोगों को अभी भी न पता हो कि राजस्व निरीक्षक कौन होता है और उसके दायित्व क्या होते हैं। यदि आप नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है। चलिये हम आपको विस्तार से बताते हैं ....। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/ Follow us- Website- https://adhikarexpress.com/ or .in/ Facebook- https://www.facebook.com/adhikarexpress1 Twitter- https://twitter.com/adhikarexpress1 Koo- https://www.kooapp.com/feed/adhikarexpress For any complaint or suggestion mail to This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it..

यदि आप कोई अचल-संपत्ति खरीदने का मन बना रहे हैं, तो आपके लिये यह जानकारी बहुत काम की है। आपके लिये यह जानना बहुत आवश्यक है कि जिस अचल-संपत्ति को आप खरीदने जा रहे हैं, उस संपत्ति का पंजीकरण कहां और कौन सा अधिकारी करेगा। हालांकि हो सकता है आप लोगों में से कुछ लोगों ने संपत्ति खरीदी हो और पंजीकरण भी कराया हो, लेकिन अभी भी बहुत से लोगों को पता ही नहीं होगा कि क्रय की गयी अचल संपत्ति का पंजीकरण करने वाला अधिकारी उप निबंधक कौन होता है और उसके दायित्व क्या होते हैं। यदि आप भी नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है, चलिये हम आपको विस्तार से बताते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/ Follow us- Website- https://adhikarexpress.com/ or .in/ Facebook- https://www.facebook.com/adhikarexpress1 Twitter- https://twitter.com/adhikarexpress1 Koo- https://www.kooapp.com/feed/adhikarexpress For any complaint or suggestion mail to This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it..

आप किसी शहर यानी नगर में रहते हैं और वहां पर आपका निजी घर है तब तो आपने नगरीय निकाय निदेशालय के विषय में अवश्य सुना होगा। यह भी हो सकता है कि आप वहां पर गये भी होंगे। क्योंकि यही वह जगह है जहां पर आपके घर का टैक्स यानी कर जमा होता है। और जब आप समय पर अपने घर का कर जमा नहीं करते हैं तो फिर आपका पाला नगरीय निकाय के राजस्व निरीक्षक से पड़ता है। जिसकी नियुक्ति राज्य सरकार ने राजस्व संग्रह करने और कर जमा न करने वाले करतादाओं के विरुद्ध जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने के लिये नियुक्त किया है। अब यदि आप लोगों में से किसी को राजस्व निरीक्षक के विषय में जानकारी नहीं है तो कोई बात नहीं है। चलिये हम आपको विस्तार से बताते हैं कि राजस्व निरीक्षक कौन होता है और उसके कार्य यानी दायित्व क्या होते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/ Follow us- Website- https://adhikarexpress.com/ or .in/ Facebook- https://www.facebook.com/adhikarexpress1 Twitter- https://twitter.com/adhikarexpress1 Koo- https://www.kooapp.com/feed/adhikarexpress For any complaint or suggestion mail to This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it..

देश के बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल सके इसके लिये राज्य सरकारों ने लगभग सभी जनपदों में रोजगार कार्यालयों की स्थापना की है। इन कार्यालयों के संचालन के लिये एक सहायक जिला रोजगार अधिकारी की नियुक्ति भी की है। जो रोजगार की खोज करने वाले एवं रोजगार प्रदाताओं को एक दूसरे से मिलवाते हैं। तथा नौकरी चाहने वाले बेरोजगारों की सूची तैयार करते हैं और फिर उनकी योग्यता के अनुसार नौकरी के विभिन्न वर्गों के लिये उनके नामों का पंजीकरण करते हैं। इसके पश्चात् जब नियोक्ता भर्ती के लिए रोजगार कार्यालय से संपर्क करते हैं तो वह कार्यालय सूची में से प्रत्याशियों को छांट कर, उन्हें इन रिक्त पदों की सूचना देते हैं, जिससे कि वह संबंधित नियोक्ता से सम्पर्क कर सकें। और रोजगार प्राप्त कर सकें। चलिये हम आपको विस्तार से बताते हैं कि सहायक जिला रोजगार अधिकारी कौन होता है और उसके दायित्व क्या होते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

आप और हम खून-पसीना बहाकर सरकार को टैक्स यानी कर देते हैं। जिससे हम लोगों को सरकारी चिकित्सालयों में सस्ती और अच्छी चिकित्सा मिल सके। लेकिन बड़े दुख: की बात है कि उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल पीजीआई लखनऊ में सामान्य रोगियों को तो छोड़िये गंभीर हृदय रोगियों को भी चिकित्सा नहीं मिल पा रही है। डॉक्टर इन रोगियों को इमरजेंसी वॉर्ड में भर्ती करने की बजाय बेड न होने की बात कहकर लौटा दे रहे हैं। अब ऐसी दशा में अमीर रोगी तो निजी अस्पतालों में इलाज करवाकर अपनी जान बचा ले रहे हैं। वहीं निर्धन रोगी एक सरकारी अस्पताल से दूसरे सरकारी अस्पताल के बीच ठोकरें खाते-खाते दम तोड़ दे रहे हैं। चलिये आपको सुनाते हैं कि इमरजेंसी विभाग के स्वास्थ्यकर्मी का रोगियों के भर्ती होने के विषय में क्या कहना है,,,। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

आप जब भी किसी चिकित्सालय या अस्पताल में इलाज के लिये जाते हैं तो वहां पर आपको कई स्वास्थ्यकर्मी काम करते हुए दिखायी हैं। उन्हीं स्वास्थ्यकर्मियों में से एक वॉर्ड ब्वॉय भी होता है। जो रोगी की सेवा में लगा रहता है। चिकित्सालय में जब कोई ऐसा मरीज आता है जो चल फिर नहीं सकता है, या कोई इमरजेन्सी होती है तो वॉर्ड बॉय ही उनके लिए चेयर या स्ट्रेचर लाता है और उन्हें उस पर बिठाकर या लिटाकर चिकित्सा के लिये चिकित्सालय के अंदर ले जाता है। जिससे रोगी की चिकित्सा की जा सके। और उसे स्वास्थ्य लाभ मिल सके। हालांकि हो सकता है आप लोगों में से कुछ लोग वार्ड ब्वॉय के विषय में जानते हों, लेकिन जो लोग नहीं जानते हैं, उन्हें चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। चलिये विस्तार से बताते हैं कि वॉर्ड ब्वॉय कौन होता है और उसके कार्य यानी दायित्व क्या होते हैं? हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

संस्कृत भाषा को विश्व की अन्य भाषाओं की जननी माना जाता है। संस्कृत भारतीय संस्कृति और सभ्यता की संवाहक भाषा भी मानी जाती है। विश्व भर में केवल संस्कृत ही एक ऐसी भाषा है जो पूरी तरह सटीक है। इसका कारण इसकी सर्वाधिक शुद्धता है। इसीलिये कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर के लिए संस्कृत को ही सबसे उपयुक्त भाषा माना जाता है। लेकिन चिंता की बात यह है कि आजकल यह भाषा नई पीढ़ी के बीच अपनी लोकप्रियता खोती जा रही है। विश्व के कई देश जहां संस्कृत की ओर लौट रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भारत में यही भाषा उपेक्षा का शिकार हो रही है। आखिर इसके क्या कारण हैं? आज हम इसी विषय पर संस्कृत भाषा के विद्वान और प्रयागराज जनपद के श्रंगवेरपुर में स्थित गौरीशंकर स्मारक संस्कृत महाविद्यालय में सहायक प्राध्यापक रहे त्रिपुरारी नाथ शुक्ल से चर्चा करेंगे...चलिये शुरु करते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

आज हम आपको उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जनपद में श्रृंगवेरपुर विकास खंड के अंतर्गत आने वाले पठान का पूरा गांव में स्थित मदरसा अमीरिया इस्लामिया का आंखों देखा हाल सुनायेंगे। और विस्तार से बतायेंगे कि इस मदरसे में बच्चों को किस प्रकार की शिक्षा दी जा रही है। इसके अतिरिक्त यह भी दिखायेंगे कि वहां पर उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं की सच्चाई क्या है। चलिये शुरु करते हैं...। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

आपने अक्सर देखा होगा कि अस्पतालों में प्रमुख चिकित्सकों के अलावा कई अन्य कई सहकर्मी होते हैं। जिनमें नर्सेस यानी एएनएम भी शामिल होती हैं। जब अस्पताल में प्रमुख चिकित्सक नहीं होते हैं तो ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा संबंधी जिम्मेदारियों का निर्वाह नर्सेस और जूनियर स्तर के चिकित्सक ही करते हैं। आम भाषा में इन सहर्मियों को ‘दाई’ कहा जाता है, जिसे मेडिकल के शब्दों में ‘एएनएम’ के नाम से संबोधित किया जाता है। ये सभी सहकर्मी प्रसूति केंद्र या अस्पताल में मौजूद होते हैं, जो कि इन सभी चीजों को संभालने के लिये प्रशिक्षित हुये रहते हैं। जिससे आप लोगों को सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का पूरा लाभ मिल सके। हालांकि यदि इनके विषय में आप नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है चलिये आपको बताते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

हम उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जनपद में श्रृंगवेरपुर विकास खंड के अंतर्गत आने वाले पठान का पूरा में स्थित मदरसा अमीरिया इस्लामिया पहुंचे और वहां के शिक्षक से मदरसे में दी जा रही शिक्षा के विषय में पूछा तो वह शिक्षा के विषय में बताने की बजाय मीडिया और सरकार पर ही भड़क गये और ऊटपटांग कहना शुरु कर दिया। ....चलिये आपको सुनाते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

किसी भी सरकारी अस्पताल में जब आप चिकित्सा कराने के लिये जाते हैं तो वहां पर चिकित्सा अधिकारी यानी डॉक्टर के अलावा जिस महत्वपूर्ण स्वास्थ्यकर्मी से आपका सामान होता है उसे फार्मासिस्ट कहते हैं। फार्मासिस्ट को केमिस्ट भी कहा जाता है। यह वह महत्वपूर्ण स्वास्थ्यकर्मी होता है, जो डॉक्टर द्वारा लिखी गयी दवायें आपको उपलब्ध कराता है| और भंडार में दवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित करता है। इतना ही नहीं अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ नहीं होने की स्थित में आपके घाव की मरहम पट्टी करने के साथ ही आपका तापमान भी लेता है। हालांकि हो सकता है अभी भी कुछ लोगों को पता ही न हो कि अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत फार्मासिस्ट कौन होते हैं और उनके कार्य एवं दायित्व क्या होते हैं। यदि आपको भी नहीं पता हैं तो कोई बात नहीं है, चलिये हम आपको विस्तार से बताते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

हमारे देश में चिकित्सा के कार्य को बहुत सम्मान की नजर से देखा जाता है। लोग चिकित्सक यानी डॉक्टर को भगवान का स्थान देते हैं। क्योंकि किसी भी व्यक्ति को जब भी कोई बीमारी होती है तो वह चिकित्सा के लिये अपने घर के पास स्थित सरकारी अस्पताल यानी चिकित्सा केंद्र की तरफ भागता है। और वहां जाकर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी यानी डॉक्टर से संपर्क करता है और फिर अपनी चिकित्सा करवाता है। लेकिन चकित करने वाली बात यह है कि आज भी अधिकतर लोगों को पता ही नहीं है कि उनके पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जो डॉक्टर यानी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी कार्य कर रहे हैं उनके कर्तव्य और उत्तरदायित्व क्या होते हैं। यदि आप भी नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है, चलिये हम आपको विस्तार से बताते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

आखिर क्या कारण हैं कि जनता को पुलिस पर भरोसा नहीं है? दरअसल लोग पुलिस की क्रूरता, अमानवीय व्यवहार, वर्दी की रौब, घूसखोरी और प्रताड़ना से परेशान हैं। गोरखपुर में मनीष गुप्ता की मौत, उन्नाव रेपकांड, मैनपुरी में छात्रा की मौत और सोनभद्र का उम्भाकांड जैसे मामले पुलिस और जनता के बीच बनी खायी को और चौंड़ा कर रहे हैं। पुलिस के इन अमानवीय कारनामों के कारण ही जनता और पुलिस के बीच विश्वास बहाल नहीं हो पा रहा है। आज हम इसी मुद्दे पर बात करेंगे और साथ ही देश के मुख्य न्यायाधीश, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और विशेषज्ञों की राय से भी आपको परिचित करायेंगे। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

हाल ही में हम उत्तर प्रदेश में प्रयागराज जनपद के श्रृंगवेपुर विकास खंड के अंतर्गत आने वाले आनापुर गांव के प्राथमिक विद्यालय पहुंचे, तो वहां पर विकास खंड के दो एआरपी यानी एकेडमिक रिसोर्स पर्सन, विद्यालय की प्रधानाध्यापिका समेत सभी शिक्षकों के साथ बैठक करते हुये मिले। बैठक खत्म होने के पश्चात् जब हमने दोनों एआरपी से प्राथमिक विद्यालय की खस्ताहाल शिक्षा समेत कई मुद्दों पर विस्तार से बातचीत की, तो उन्होंने क्या कहा चलिये आपको सुनाते हैं...। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

आप किसान हैं या फिर खेती का कार्य करते हैं तो आपका उत्तर प्रदेश के सिंचाई विभाग के कर्मचारियों से पाला अवश्य पड़ा होगा। और काफी लोग तो समय पर नहर से पानी न मिलने के कारण बहुत परेशान भी हो रहे हैं। आपकी इसी समस्या को ध्यान में रखते हुये हमने भेंट की नहर के बेलदार से,,,। जो नहरों में पानी छोड़ने और नहरों पर गश्त करने का कार्य करते हैं। बेलदार से जब हमने पूछा कि खेतों में समय से नहर का पानी क्यों नहीं आता है और नहर की साफ-सफाई क्यों नहीं होती है तो बेलदार ने ऐसा उत्तर दिया जिसे सुनकर आप हैरान और परेशान हो जायेंगे। चलिये आपको सुनाते हैं...। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

उत्तर प्रदेश में प्रयागराज जनपद के मोहरब के अंतर्गत आने वाले, राम वन गमन मार्ग पर स्थित बायोवेद कृषि, प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान शोध संस्थान के निदेशक बी के द्विवेदी ने किसानों की आय बढ़ाने का बीड़ा उठा लिया है। और इसके लिये वह कई वर्षों से लाख उद्योग का संचालन कर रहे हैं। वह इस संस्थान में छात्रों को कुशल बनाने के साथ ही किसानों को लाख लगाने के लिये प्रोत्साहित कर रहे हैं, जिससे किसान पारंपरिक खेती, धान-गेहूं के स्थान पर लाख का उत्पादन करके लाखों रुपये कमा सकें। अब चलिये हम आपको मिलवाते हैं संस्थान के निदेशक, डॉक्टर बी के द्विवेदी से---- हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

सूचना का अधिकार कानून के अंतर्गत कोई भी नागरिक किसी भी सरकारी विभाग से कोई भी जानकारी ले सकता है, बस शर्त यह है कि आरटीआई के अंतर्गत पूछी जाने वाली जानकारी तथ्यों पर आधारित होनी चाहिए। यानि आप किसी सरकारी विभाग से उसके विचार नहीं पूछ सकते हैं। आरटीआई के अंतर्गत आप अपने क्षेत्र में हुये विकास के कार्यों के लिए खर्च हुए पैसे, राशन की दुकान में कब और कितना राशन आया आदि जैसे प्रश्न पूछ सकते हैं। इसके लिये सभी लोक प्राधिकरणों में जन सूचना अधिकारियों की नियुक्ति की गयी है। जो आवेदक को 30 दिन के भीतर सूचना देने के लिये उत्तरदायी होता है। यदि आप जन सूचना अधिकारी के विषय में जानते हैं तो अच्छी बात है, और नहीं जानते हैं तो चलिये हम आपको विस्तार से बताते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

हमारे देश में केंद्र और राज्य सरकारों ने श्रम कानूनों के अंतर्गत एक श्रम विभाग की स्थापना की है। जिससे दुकानों और श्रमिकों का पंजीकरण और नवीनीकरण करने के साथ ही दुकानों में कार्य करने वाले बाल श्रमिकों का चिन्हांकन, निरीक्षण और पुनर्वासन कराया जा सके। और उन्हें कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आदि भी दिलाया जा सके। इसीलिये इनको धरातल पर लागू करने के लिये सरकार ने श्रम प्रवर्तन अधिकारी की नियुक्ति की है जो इन कार्यों के संचालन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अब यदि आप लोगों को श्रम प्रवर्तन अधिकारी के विषय में जानकारी नहीं है तो कोई बात नही हैं। चलिये हम आपको बताते हैं कि श्रम प्रवर्तन अधिकारी कौन होता है और उसके दायित्व क्या होते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

महात्मा गाँधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना, यानी मनरेगा के अंतर्गत गांव में रहने वाले सर्वाधिक लाभ से वंचित लोगों को सामाजिक सुरक्षा, आजीविका सुरक्षा और लोकतांत्रिक अधिकारिता पर अपने प्रभाव के माध्यम से ग्रामीण भारत में समावेशी विकास सुनिश्चित किया जाता है। इसके लिये राज्य, जनपद, खंड एवं ग्राम स्तर पर विभिन्न कार्मिकों की नियुक्ति भी की गयी है। जो इन कार्यों को अंजाम देते हैं। खंड यानी ब्लॉक स्तर पर ऐसे ही एक अधिकारी, कार्यक्रम अधिकारी की नियुक्ति की गयी है जो ग्राम पंचायतों से प्राप्त समस्त परियोजना प्रस्तावों और शिकायतों की जांच के साथ, उनका पर्येवेक्षण तथा मूल्यांकन करता है। जिससे सही व्यक्ति तक योजना का लाभ पहुंच सके। अब यदि आप लोगों को कार्यक्रम अधिकारी के विषय में जानकारी नहीं है तो कोई बात नहीं है। चलिये हम आपको बताते हैं कि कार्यक्रम अधिकारी कौन होता है? उसके कार्य क्या होते हैं? हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

महात्मा गाँधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना, जिसे आप मनरेगा योजना के नाम से जानते हैं। इस योजना में ग्रामीण क्षेत्र के गरीब परिवारों को, जिनके पास रोजगार नहीं है, उन्हें प्रति वर्ष जॉब कार्ड के अंतर्गत 100 दिन का रोजगार दिया जाता है। नरेगा जॉब कार्ड योजना में 40 मजदूरों का एक समूह होता है, जिसमें सुपरविजन यानी निरीक्षण के लिये एक मेट यानी सुपरवाइजर होता है जो इन 40 मजदूरों के कार्य व उनकी उपस्थिति को रजिस्टर में अंकित करता है और कार्य का रिकार्ड रखता है। अब यदि आप मेट यानी सुपरवाइजर के विषय में नहीं जानते है तो चिंता करने की कोई बात नहीं है। चलिये हम आपको बताते हैं कि मेट या सुपरवाइजर कौन होता है? और उसके कार्य क्या होते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

उत्तर पदेश सरकार ने हर जनपद में खादय सुरक्षा अधिकारी की तैनाती की है। ये अधिकारी जगह-जगह जाकर, नमूना लेकर खाद्य पदार्थ की गुणवत्ता की जांच करते हैं। और मिलावट करने वाले लोगों को दंड दिलाते हैं। चलिये हम आपको विस्तार से बताते हैं कि खाद्य सुरक्षा अधिकारी कौन होता है और उसके कर्तव्य कया होते हैं हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

आप लोग ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं और खेती-बारी का कार्य करते हैं तो आपने सिंचाई विभाग के प्रमुख कर्मचारी, नलकूप चालक के विषय में अवश्य सुना होगा। कुछ लोगों ने तो अपने खेत की सिंचाई के लिये नलकूप चालक से भेंट भी की होगी। यह बात अलग है कि आपके खेत की सिंचाई के लिये समय पर जल मिलता है या नहीं। हालांकि आज भी अधितकर लोगों को पता ही नहीं है कि नलकूप चालक कौन होता है और उसके कर्तव्य क्या होते हैं। यदि आपको भी नहीं पता है तो कोई बात नहीं है। चलिये हम आपको बताते हैं कि नलकूप चालक कौन होता है? उसके कार्य क्या होते हैं? हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

सिपाही यानी आरक्षी से आप सभी लोग परिचित होंगे। हालांकि आप लोगों में से किसी न किसी को कभी न कभी आरक्षी के व्यवहार से खट्टा-मीठा अनुभव अवश्य हुआ होगा। हालांकि कहा जाता है कि आरक्षी अपराधियों के शत्रु तथा सामान्य नागरिकों के मित्र होते हैं। समाज में शांति बनाए रखने में उसकी अति महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। वह चोरों, डाकुओं और अन्य अपराधियों को पकड़कर लोगों को सुरक्षा प्रदान करते हैं। लेकिन सच्चाई क्या है यह तो हम आगे आपको बतायेंगे, लेकिन आज भी अधितकर लोगों को इस बात की जानकारी नहीं है कि आरक्षी कौन होता है और जनता के प्रति उसके कर्तव्य क्या होते हैं। यदि आपको भी नहीं जानकारी नहीं है तो कोई बात नहीं है। चलिये हम आपको बताते हैं कि सिपाही यानी आरक्षी कौन होता है? और उसके कर्तव्य क्या होते हैं? हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

हमारे देश की न्याय व्यवस्था में अधिवक्ता यानी वकील की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसीलिये राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश पीके लोहरा ने अधिवक्ताओं के विषय में कहा है कि हमारे देश में कोई भी न्यायिक प्रक्रिया अधिवक्ता की भागीदारी के बिना संभव नहीं हो सकती है। न्यायिक व्यवस्था को सृदढृ बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसीलिये हमने अधिवक्ताओं की इन्हीं भूमिकाओं को लेकर मुलाकात की प्रयागराज के जनपद न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता शिवा नाथ ओझा से,,,,। चलिये आपको सुनाते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

आपके मन में कई बार यह प्रश्न उठता होगा कि जेल यानी जहां वैध हिरासत में रखे लोगों को रखा जाता है। उसकी दुनिया कैसी होती है और उसकी की सुरक्षा व्यवस्था की देखरेख कौन सा अधिकारी करता है। यदि उसके विषय में आप नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है। चलिये आज हम आपको जेल के एक ऐसे ही महत्वपूर्ण अधिकारी डिप्टी जेलर के विषय में बताते हैं। सबसे पहले हम आपको बताते हैं कि डिप्टी जेलर कौन होता है? हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

हमारे देश को स्वतंत्र हुये लगभग 75 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन आज भी देश के कई क्षेत्रों के किसानों के पास खेतों को सींचने के लिये पानी की समुचित व्यवस्था नहीं है। हालांकि राज्य सरकारों ने कुछ हिस्सों में खेतों को सींचने के लिये नहर के जल की व्यवस्था की है। जिससे किसानों को खेती के लिये समय पर और पर्याप्त पानी मिल सके। और वह अपने खेतों में अच्छी फसल ले सकें। इन नहरों का पानी बिना किसी बाधा के खेतों तक पहुंच सके इसके लिये राज्य सरकारों ने सिंचाई विभाग में कई अधिकारियों और कर्मचारियों की नियुक्ति भी की है, जिनमें से एक महत्वपूर्ण कर्मचारी जिलेदार होता है। चलिये सबसे पहले हम आपको बताते हैं कि जिलेदार कौन होता है? हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

आप देश के चाहे जिस भी क्षेत्र में रहते हों, वहां आस-पास आपने शराब, गांजा और भांग आदि की खुलेआम बिक्री होते हुये देखा होगा। लेकिन यदि कोई दुकानदार अपनी दुकान में नकली शराब या अवैध मादक द्रव्यों की बिक्री करता है तो आबाकारी विभाग की ओर से आबकारी सिपाही उस दुकान पर छापेमारी कार्रवाई करता है। और इसके बाद दोषी पाये जाने पर आबकारी अधिनियम की धारा 60 के अंतर्गत उसे दंड भी दिलवाता है। चलिये सबसे पहले हम आपको बताते हैं कि आबकारी सिपाही कौन होता है? और उसके दायित्व क्या होते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

हम लगातार आपको दिखा रहे हैं कि किस प्रकार से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जनपद में, श्रृंगवेरपुर विकास खंड के आनापुर गांव में विकास योजनाओं में खुलेआम भ्रष्टाचार किया जा रहा है। ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सचिव मिलकर आपके गांव के विकास में लगाने वाले करोड़ों रुपये को सरेआम लूट रहे हैं। अब ऐसी स्थिति में आपके मन में प्रश्न उठ रहा होगा कि आपके गांव की विकास योजनाओं में ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सचिव लूट-पाट तो कर रहे हैं, लेकिन इन भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई हो इसके लिये आप क्या करें,,,? आपकी इसी चिंता को ध्यान में रखते हुये हमने प्रयागराज जनपद के कौड़िहार विकास खंड के सहायक विकास अधिकारी, पंचायत सुनील कुमार पाल से भेंट की,,,। आइये उन्हीं से जानते हैं कि ग्रामीण जनता के लिये क्या-क्या विकास योजनायें हैं और किस प्रकार से भ्रष्ट ग्राम प्रधानों और ग्राम पंचायत सचिवों को दंड दिलाया जा सकता है। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

हमारे देश में लगभग सत्तर प्रतिशत जनता का जीवन खेती-बारी पर निर्भर है। देश के किसान खेती-बारी करके अपना और अपने परिवार का पेट पालते हैं। जब इनके खेतों को पानी नहीं मिलता है या फिर प्राकृतिक आपदा के कारण सूखा पड़ जाता है तो इनका और इनके परिवार का जीवन खतरे में पड़ जाता है और भूख से मरने की स्थिति पैदा हो जाती है। इसीलिये देश की सभी राज्य सरकारों ने ग्रामीण क्षेत्रों में नहर का जाल बिछा रखा है। जिससे किसानों को खेती के लिये समय पर और पर्याप्त पानी मिल सके। और किसान अपने खेतों में अच्छी फसल ले सकें और उनको परिवार का जीवन बेहतर हो सके। नहरों का पानी बिना किसी बाधा के खेतों तक पहुंच सके इसके लिये राज्य सरकारों ने ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई विभाग की ओर से कई अधिकारियों और कर्मचारियों की नियुक्ति भी की है, जिसमें से एक महत्वपूर्ण कर्मचारी सींच पर्यवेक्षक यानी अमीन होता है, जो प्रत्येक फसल के समय सिंचाई की मापों का क्रियान्वयन करता है तथा जमाबंदियां तैयार करता है। यदि आप सींच पर्यवेक्षक के विषय में नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है। चलिये हम आपको बताते हैं । हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

हमारा देश कृषि प्रधान देश है। हमारे देश में लगभग सत्तर प्रतिशत जनता खेती पर निर्भर है। इसलिये राज्य सरकारों ने ग्रामीण क्षेत्रों में नहर का जाल बिछा रखा है। जिससे किसानों को खेती के लिये समय पर और पर्याप्त पानी मिल सके। और किसानों का जीवन बेहतर हो सके। नहर का पानी खेतों तक पहुंच सके इसके लिये राज्य सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई विभाग की ओर से सींचपाल की नियुक्ति की है। जो खेतों तक सुचारु रुप से पानी पहुंचने की व्यवस्था की देखरेख करते हैं। वह आपके गांव के खेतों की सिंचाई का पूरा ब्यौरा रखने के साथ ही सिंचाई के जलमार्गों की नियमित गश्त करने आदि का कार्य करते हैं। अब यदि आप सींचपाल के विषय में नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है। चलिये हम आपको बताते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

आपने अपने जिले के जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी से लेकर बीडीओ तक लगभग हर प्रमुख अधिकारियों को देखा और सुना होगा। हो सकता है आप उनके विषय में जानते भी होंगे, लेकिन क्या आप अपने जिले के किसी ऐसे सूचना अधिकारी के विषय में जानते हैं, जो आप तक सरकार के कार्यों और कल्याणकारी योजनाओं की सूचनायें पहुंचाता है। और प्रचार अभियानों एवं जन-जागरूकता कार्यक्रमों, विभागीय बैठकों, जिलाधिकारी के भ्रमण व निरीक्षण कार्यक्रमों आदि का व्यापक प्रचार-प्रसार करता है। जिससे कि आप लोग सरकार द्वारा चालायी जा रही योजनाओं का लाभ उठा सकें। यदि आप ऐसे अधिकारी के विषय में नहीं जानते हैं तो इसमें चिंता की कोई बात नहीं है। चलिये हम आपको बताते हैं ....। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

यदि आप निर्धन, पीड़ित या असहाय महिला या बच्चे हैं, तो यह जानकारी आपके लिये बहुत लाभदायक हो सकती है। क्योंकि आज हम आपको ऐसे सरकारी अधिकारी के विषय में बताने जा रहे हैं जो निराश्रित महिलाओं को पेंशन व पुत्रियों के विवाह, तथा दहेज पीड़ित महिलाओं को आर्थिक और कानूनी सहायता, आदि जैसी शासन द्वारा चलायी जा रही योजनाओं के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ऐसे अधिकारी को जिला परिवीक्षा अधिकारी यानी डिस्ट्रिक्ट प्रोबेशन ऑफिसर कहा जाता है, जो राज्य सरकारों के समाज कल्याण या महिला एवं बाल विकास विभाग में जिला स्तर का प्रशासनिक अधिकारी होता है। यदि आप इस अधिकारी के विषय में नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है। चलिये हम आपको बताते हैं ।हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

यदि आप किसान हैं या खेतीबाड़ी का कार्य करते हैं तो आप बागवानी के विषय में अवश्य जानते होंगे। बागवानी से आप लोगों को अधिक से अधिक लाभ हो इसके लिये हर सीजन में आप लोग अच्छे बीज और पर्याप्त पानी की व्यवस्था भी करते होंगे, लेकिन क्या आप लोगों को बागवानी से संबंधित किसी सरकारी योजना की जानकारी या फिर सुविधायें उपलब्ध कराने वाले जिले के सरकारी अधिकारी के विषय में जानते हैं? यदि नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है। आज हम आपको उसी सरकारी अधिकारी के विषय में विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं, जिसका नाम है जिला उद्यान अधिकारी। चलिये आपको बताते हैं । हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

आज हम आपको उत्तर प्रदेश के आबकारी विभाग के महत्वपूर्ण अधिकारी आबकारी निरीक्षक के विषय में जानकारी देने जा रहे हैं। जिसके विषय में आपने मीडिया में देखा और सुना भी होगा। आबकारी निरीक्षक का मुख्य कार्य बियर, देशी मदिरा और अंग्रेजी शराब की नियमानुसार बिक्री करवाने और अवैध या मिलावटी मदिरा यानी शराब बेचने पर रोक लगाना है। और आवश्यकता पड़ने पर छापेमारी की कार्यवाही भी करना है। चलिये प्रारंभ करते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

सन् 2012 के बाद उत्तर प्रदेश में एक बार फिर युवक मंगल दल व महिला मंगल दल के दिन बहुरने लगे हैं। धन के अभाव में दम तोड़ चुके युवक व महिला मंगल दल को लगभग आठ वर्ष के लंबे अंतराल पश्चात् सरकार जीवित करने में लगी हुयी है। सन् 2019 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवक एवं महिला मंगल दलों को खेल सामग्री प्रदान कराने के लिए युवा कल्याण मंत्रालय को बजट उपलब्ध कराया था। इसके तहत प्रत्येक युवक मंगल दल व महिला मंगल दल को चार फुटबाल, चार वॉलीबाल, दो नेट, एक एयर पंप दिया गया था। जिससे ग्रामीण अंचल के युवाओं को शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाने के साथ ही उनमें नेतृत्व की क्षमता का विकास किया जा सके। लेकिन क्या आप युवक एवं महिला मंगल दल के बारे में जानते हैं...? यदि नहीं जानते हैं, तो कोई बात नहीं है। चलिये हम आपको विस्तार से बताते हैं कि युवक और महिला मंगल दल क्या होते हैं और उनका गठन कैसे किया जाता है। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

यदि आप नगर यानी शहर में रहते हैं तो आप नगर निगम के प्रमुख अधिकारियों के पदों के नामों से तो परिचित ही होंगे। यह भी हो सकता है आपने अपने वॉर्ड के विकास के काम को लेकर निगम के अधिकारियों से संपर्क भी किया हो। पिछली बार हमने आपको नगर निगम के शीर्ष और प्रमुख अधिकारी, नगर आयुक्त के विषय में बताया था। जिसमें हमने चर्चा की थी कि नगर आयुक्त कौन होता है और वह अपने पद पर रहते हुये किन-किन अधिकारों और दायित्वों का निर्वाह करता है। उसी कड़ी में हम आज हम आपको नगर निगम के दूसरे सबसे प्रमुख अधिकारी अपर नगर आयुक्त के विषय में विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं। आज हम आपको बतायेंगे कि अपर नगर आयुक्त कौन होता है और उसके अधिकार एवं दायित्व क्या होते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

यदि आप पिछड़े वर्ग की छात्र-छात्राएं हैं यह जानकारी आपके लिये बहुत काम की है। दरअसल सरकार ने आप लोगों के कल्याण के लिये पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की स्थापना की है। पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के अन्तर्गत पिछड़ा वर्ग कल्याण निदेशालय, उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम तथा राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग की भी स्थापना की गयी है। जिससे पिछड़े वर्ग के निर्धन लोगों को सरकारी सहायता मिल सके, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी सहायता के लिये आपके जिले में उपस्थित जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी कौन होता है और उसके अधिकार एवं उत्तर दायित्व क्या होते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

आजकल हमारे देश में बहुत सारे लोग राजनीति में जाना चाहते हैं, उनका सपना होता है, कि वह भी विधायक बनें, और फिर मंत्री बनकर देश की जनता के लिए काम करें। हालांकि आप लोगों के मन में प्रश्न उठ सकता है कि क्या एक सामान्य व्यक्ति भी विधायक बन सकता है, या फिर किसी राज्य का मंत्री या मुख्यमंत्री बन सकता है। आज हम इन्ही प्रश्नों का उत्तर देने के लिये आपको बताने जा रहे हैं कि विधायक क्या होता है, विधायक का निर्वाचन कैसे होता है और उसके कार्य क्या होते हैं। चलिए शुरू करते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

हाल ही में उत्तर प्रदेश में हुये ब्लॉक प्रमुख यानी क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में गोली चलने, वोट के लिए धमकाने और क्षेत्र पंचायत सदस्यों का मत खरीदने जैसी शर्मनाक घटनाएं आपने खूब देखी और सुनी होंगी। लेकिन क्या आपने कभी विचार किया कि आखिर ब्लॉक प्रमुख के पद में ऐसी क्या विशेषता होती है, जिसे प्राप्त करने के लिये प्रत्याशी अपने धन और बाहुबल को दांव पर लगा देते हैं। यदि आप नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है। चलिये हम आपको विस्तार से बताते हैं कि ब्लॉक प्रमुख यानी क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष कौन होता है, उसका चुनाव कैसे होता है और उसके अधिकार एवं दायित्व क्या होते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

आप गांव या नगर कहीं भी रहते हों, आपने जिला समाज कल्याण अधिकारी के विषय में अवश्य सुना होगा। जबकि आप लोगों में से कई लोगों ने तो कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिये जिला समाज कल्याण अधिकारी से संपर्क भी किया होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिला समाज कल्याण अधिकारी कौन होता है और उसके अधिकार एवं दायित्व क्या होते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

हमने आपको पिछले भाग यानी पहले और दूसरे भाग में आपको जनपद के जन सूचना अधिकारियों और प्रथम अपील अधिकारियों के विषय में बताया था। आज हम आपको जनपद के ही बाकी जन सूचना अधिकारियों और प्रथम अपीलीय अधिकारियों के विषय में बताने जा रहे हैं। चलिये शुरु करते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

देश के हर नागरिक को सूचना का अधिकार के अंतर्गत किसी भी लोक प्राधिकारी यानी सरकारी अधिकारी अथवा उसके नियंत्रण के अधीन किसी भी दस्तावेजों और अभिलेखों का निरीक्षण करने का अधिकार है। साथ ही इन अभिलेखों और दस्तावेजों की प्रमाणिक प्रति या टेप, पेन ड्राइव, वीडियो कैसेट आदि के रुप में प्राप्त करने का अधिकार है। इन सूचनाओं को उपलब्ध कराने के लिये प्रत्येक सरकारी विभाग या शासन द्वारा वित्तपोषित संस्था में जन सूचना अधिकारी या लोक सूचना अधिकारी की नियुक्ति की गयी है, जिसका उत्तरदायित्व है कि वह उस विभाग के विभिन्न भागों से आपके द्वारा मांगी गई जानकारी इकट्ठा करे और आपको प्रदान करे। यदि वह आवेदन के 30 दिन के भीतर आवेदक को सूचना उपलब्ध नहीं कराता है तो उस पर जुर्माना भी ठोका जा सकता है। चलिये आपको बताते हैं कि आपके जनपद में कौन-कौन से जन सूचना अधिकारी होते हैं और इसके साथ ही प्रथम अपील अधिकारी कौन-कौन होते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

क्या आप जानते हैं कि आपकी ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना के अंतर्गत श्रमिकों को 100 दिन का कार्य उपलब्ध कराने वाला ग्राम रोजगार सेवक कौन होता है और उसके अधिकार एवं दायित्व क्या होते हैं...। यदि नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है। चलिये हम आपको बताते हैं हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

ग्राम सभा के लोगों का कहना है कि ग्राम पंचायत सदस्य ग्राम सभा का महत्वपूर्ण अंग तो होता है, लेकिन उसके पास कोई अधिकार नहीं होते हैं। सभी अधिकार और निर्णय ग्राम प्रधान ही लेता है। इसलिए ही इस पद के लिए उन लोगों के बीच कोई रुचि नहीं है। इसलिये आज हम आपसे इस महत्वपूर्ण समस्या के विषय में चर्चा करेंगे और साथ ही विस्तार से यह भी बतायेंगे कि ग्राम पंचायत सदस्य कौन होता है और उसके अधिकार एवं दायित्व क्या होते हैं। चलिये शुरु करते हैं...। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

चलिये हम आपको मिलाते हैं प्रयागराज जिले के कौड़िहार विकास खंड से निर्वाचित पूर्व बीडीसी शिव कुमार यादव से। जो आपको बीडीसी के अधिकार और दायित्व के विषय में विस्तार से जानकारी देंगे और साथ ही यह भी बतायेंगे कि बीडीसी को अपना दायित्व निभाते समय किन-किन परेशानियों का सामना करना पड़ता है। चलिये शुरु करते हैं....।

प्रयागराज जनपद के श्रृंगवेरपुर विकास खंड के मारुफपुर ग्राम सभा में,,, जहां जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य और ग्राम प्रधान पद के प्रत्याशियों और ग्राम सभा के लोगों के बीच ग्राम सभा के विकास और भ्रष्टाचार को लेकर जमकर गरमा गरम बहस हुई। इस चर्चा के समय लोगों ने प्रत्याशियों पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप के तीर चलाये। चलिये आपको सुनाते हैं,,,,। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

उत्तर प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव के राजनीतिक अखाड़े में सभी प्रत्याशी कूद गए हैं और मतदाताओं को रिझाने की होड़ में जुट गये हैं। हर प्रत्याशी निर्वाचित होने के बाद गांव की सभी समस्याओं को सुलझाने का दावा कर रहा है। कोई गांव की नाली और सड़क को बनवाने का दावा कर रहा है तो कोई समोसे और लड्डू बांट रहा है। चलिये आपको सुनाते हैं,,,,। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

इस समय उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनावों को लेकर महौल अपने चरम पर है। आरक्षण की सूची जारी होने के बाद से प्रत्याशी अपनी तैयारियों में जुट गए हैं। और चुनाव जीतने के लिए घर-घर का चक्कर लगाने लगे हैं। इनमें क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी भी शामिल हैं, जो लोगों से उनके पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे हैं। लेकिन क्या आप क्षेत्र पंचायत सदस्य के विषय में जानते हैं...यदि नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है। चलिये हम आपको क्षेत्र पंचायत सदस्य के विषय में विस्तार से जानकारी देते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

उत्तर प्रदेश में ग्राम प्रधान और बीडीसी के चुनाव के साथ ही जिला पंचायत सदस्य के लिए भी चुनाव होने जा रहे हैं। चुनाव में भाग लेने वाले प्रत्याशी भी अभी से मतदाताओं को रिझाने में जुट गये हैं। इस अभियान में जिला पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी भी पीछे नहीं हैं। वह भी घर-घर जाकर लोगों से उन्हें मतदान करने की अपील कर रहे हैं। आज हम आपको इसी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव के बारे में बताने जा रहे हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

हमारे जीवन को सफल बनाने में शारीरिक शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। प्रत्येक व्यक्ति अनौपचारिक रुप से समाज में रहकर शारीरिक शिक्षा ग्रहण करता है, लेकिन विद्यालय की औपाचारिक शारीरिक शिक्षा ही शारीरिक शिक्षा कहलाती है। यह शिक्षा छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिये बहुत उपयोगी होती है। शारीरिक शिक्षा के द्वारा छात्रों के शारीरिक अंगों का सर्वांगीण विकास किया जाता है। वास्तव में यह शिक्षा छात्रों यानी विद्यार्थियों के लिये एक ऐसा कार्यक्रम है, जो इनको शारीरिक स्वास्थ्य से संबधित ज्ञान प्रदान कर, उन्हें नियमित स्वास्थ्य के लिये सजग और क्रियाशील बनाती है और देश को स्वस्थ नागरिक प्रदान करती है। परिणामस्वरुप शारीरिक शिक्षा का ज्ञान छात्रों को एक स्वस्थ नागरिकता का निर्माण करने में सराहनीय भूमिका निभाता है। चलिये आपको विस्तार से शारीरिक शिक्षा शिक्षक के विषय में विस्तार से बताते हैं...। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

आप यदि गांव में रहते हैं तो आपने मनरेगा के विषय में अवश्य सुना होगा। मनरेगा योजना के माध्यम से गांव के बेरोजगार लोगों को गारंटी रोजगार की सुविधा दी जाती है। इसके अंतर्गत बेरोजगारो को वर्ष में 100 दिनों का रोजगार दिया जाता है। इसके लिये एक मनरेगा कार्ड भी बनता है। इस कार्ड के माध्यम से परिवार के पांच सदस्यों को रोजगार दिया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गांव में मनरेगा के कार्यों की देखरेख कौन करता है। यदि नहीं जानते हैं तो कोई बता नहीं है। चलिये आज हम आपको मिलवाते हैं मनरेगा के कार्यों की देखरेख करने वाले ग्राम रोजगार सेवक से,,,,। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

आप किसी न किसी व्यक्ति से सुनते और देखते रहते होंगे कि उक्त दुकानदार ठीक नहीं है, वह सामान वास्तविक मूल्य से अधिक मूल्य पर बेचता है। या फिर किसी पेट्रोल टंकी पर आपको लगा हो कि उसने आपको कम पेट्रोल दिया है। लेकिन फिर भी आप इस लूट की शिकायत संबंधित सरकारी अधिकारी से करने की बजाय भगवान भरोसे चुप बैठ जाते हैं। जबकि होना यह चाहिये कि आप इस लूट के विरुद्ध वरिष्ठ निरीक्षक विधिक माप विज्ञान कार्यालय में जाकर लिखित शिकायत करें और दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करें। हालांकि यह हो सकता है कि आपको पता ही न हो वरिष्ठ निरीक्षक विधिक माप विज्ञान, कौन होता है और उसके अधिकार एवं कर्तव्य क्या होते हैं। चलिये सबसे पहले हम आपको बताते हैं कि वरिष्ठ निरीक्षक विधिक माप विज्ञान कौन होता है? हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

हमारे देश में ग्रामीण जनता की लोकतंत्र में प्रभावी भागीदारी के लिये पंचायती राज व्यवस्था की स्थापना की गयी है। इसके लिये पंचायती राज व्यवस्था को तीन हिस्सों में बांटा गया है। पहला ग्राम पंचायत, दूसरा क्षेत्र पंचायत और तीसरा जिला पंचायत। इनमें से क्षेत्र पंचायत पंचायती राज व्यवस्था में मध्यवर्ती भूमिका का निर्वाह करता है। क्षेत्र पंचायत के संचालन के लिये एक क्षेत्र पंचायत प्रमुख और कई सदस्यों का निर्वाचन किया जाता है, जबकि एक मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, जिसे खंड विकास अधिकारी कहा जाता है। और कई सहायक विकास अधिकारियों की नियुक्ति की जाती है। इन्हीं विकास अधिकारियों में से एक सहायक विकास अधिकारी सहकारिता भी होता है, जो क्षेत्र के सहकारिता से संबंधित कार्यों को क्रियान्वित करने के लिये उत्तरदायी होता है। आज हम आपको उसी अधिकारी के विषय में विस्तार से जानकारी देंगे। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

हम और हमारी संपत्ति सुरक्षित रहे इसके लिये देश में गांव से लेकर जनपद तक पुलिस की नियुक्ति की गयी है। इसलिये पुलिस का उत्तरदायित्व है कि वह समाज में कानून और व्यवस्था को बनाए रखे। इसके लिये जनपद स्तर पर सहायक पुलिस अधीक्षक की नियुक्ति की गयी है। जो जनपद में कानून और व्यवस्था को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। चलिये हम आपको विस्तार से बताते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

आप नगर या गांव में कहीं भी रहते हों, कभी न कभी किसी न किसी कारण से आपका पाला पुलिस से अवश्य पड़ा होगा। और कई लोगों ने तो पुलिस के कार्यालय के चक्कर भी लगाये होंगे। इसलिये कुछ लोगों को तो पता होगा कि किसी भी जनपद में क्षेत्राधिकारी यानी सीओ कौन होता है। लेकिन आज भी अधिकतर लोगों को पता ही नहीं है कि उनके क्षेत्र का क्षेत्राधिकारी कौन होता है और उसके अधिकार एवं कर्तव्य क्या होते हैं। यदि आपको भी नहीं पता है तो कोई बात नहीं है। चलिये आपको बताते हैं । हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

क्या आप जानते हैं कि किसी भी सरकारी विभाग या संगठन में कानून की जानकारी रखने वाला एक विधि अधिकारी की नियुक्त किया जाता है। जो केवल संबंधित विभाग के न्यायालय से संबंधित मामलों को देखता है। हालांकि यदि आप विधि अधिकारी के विषय में नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है। चलिये हम आपको बताते हैं कि विधि अधिकारी यानी लॉ आफीसर कौन होता है? हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

सरकारी सूचनाओं को प्राप्त करने के लिए प्रत्येक सरकारी विभाग में जन सूचना अधिकारी का पद सृजित किया गया है। जिसका उत्तरदायित्व है कि वह उस विभाग के विभिन्न विभागों से आप द्वारा मांगी गई जानकारी इकट्ठा करें और आपको उपलब्ध करायें। इसके साथ ही कई अधिकारियों को सहायक जन सूचना अधिकारी के पद पर भी नियुक्त किया जाता है। जो जनता से आरटीआई आवेदन लेकर जन सूचना अधिकारी के पास भेजते हैं। यदि जनसूचना अधिकारी से सूचना प्राप्त नहीं होती है तो आप जनसूचना अधिकारी के विरुद्ध अपील कर सकते हैं। इसके लिये प्रथम अपीलीय अधिकारियों की भी नियुक्ति की गयी है। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार देश में उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य सेवा के मामले में सबसे निचले पायदान पर खिसक गया है। पिछली बार हमने आपको दिखाया था कि किस तरह से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के कौड़िहार विकास खण्ड के आनापुर गांव का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, भुतहे बंग्ले की तरह खंडहर हो गया है। जिससे लगभग 25 वर्षों से सही स्वस्थ्य सेवायें न मिलने के कारण लगातार लोगों की मौतें हो रही हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

यदि आपकी खेल में रुचि है और आप एक अच्छा खिलाड़ी बनना चाहते हैं तो ये जानकारी आपके लिये बहुत लाभकारी हो सकती है। उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रामीण प्रतिभाओं और युवाओं को खेलकूद में बढ़ावा देने के लिए युवा कल्याण विभाग स्थापना की है। युवाओं को अच्छा प्रशिक्षण मिल सके, इसके लिये सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र से लेकर जिले स्तर तक कई अधिकारियों की नियुक्ति भी की है। लेकिन क्या आप जनपद स्तर पर नियुक्त जिला युवा कल्याण एवं प्रादेशिक विकास दल अधिकारी जानते हैं? यदि नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है। चलिये सबसे पहले आपको बताते हैं कि जिला युवा कल्याण एवं प्रादेशिक विकास दल अधिकारी होता कौन है? हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

हमारे यहां खिलाड़ियों के प्रशिक्षण पर ध्यान ही नहीं दिया जाता है। हालांकि अब सरकारें जागी हैं और इसके लिये विकास खंड के स्तर पर क्षेत्रीय युवा कल्याण एवं प्रादेशिक विकास दल अधिकारी की नियुक्ति की शुरुआत की है, जिससे खेल का समुचित विकास हो सके।चलिये आपको बताते हैं कि क्षेत्रीय युवा कल्याण एवं प्रादेशिक विकास दल अधिकारी कौन होता है? हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

बहुधा देखने और सुनने को मिलता है कि जो भी लोग खेती-किसानी का कार्य करते हैं, उन्हें हर फसली सीजन में खाद और बीज की कालाबाजारी के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। और आजकल तो प्रधानमंत्री किसान निधि की किश्त को भी प्राप्त करना आसमान से तारे तोड़ने के बराबर हो गया है। इसके लिये आपको अपने जिले यानी जनपद के जिला कृषि अधिकारी के पास जाना होगा और उनसे मामले की लिखित शिकायत करनी होगी। चलिये आपको विस्तार से बताते हैं...। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

आज हम आपको जिला पंचायत के एक ऐसे महत्वपूर्ण अधिकारी के विषय में जानकारी देंगे, जिसकी जिले के विकास में बहुत अहम भूमिका होती है। इस अधिकारी को अपर मुख्य अधिकारी कहा जाता है। लेकिन आज भी अधिकतर लोगों को जानकारी नहीं है कि अपर मुख्य अधिकारी कौन होता है। और उसके अधिकार एवं कर्तव्य क्या होते हैं। यदि आपको भी नहीं पता है तो कई बात नहीं है। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

हमारे देश के नगरों में पीने के लिये स्वच्छ जल, बिजली, साफ सड़कें, और पार्क इत्यादि जैसी मूलभूत आवश्यकता की पूर्ति के लिए नगरीय निकाय की स्थापना की गयी है। इसके लिये नगरों में हर पांच वर्ष में चुनाव भी होते हैं। मतदान द्वारा चुने हुये महापौर नगर निगम परिषद की बैठक में नगर के कार्यों के प्रस्तावों को पास करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन प्रस्तावित कार्यों को कौन कार्यान्वित करता है। यदि नहीं पता है तो कोई बात नहीं। चलिए हम आपको बताते हैं । हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

हमारे और आपके दैनिक जीवन में पीने के लिये स्वच्छ जल, बिजली, साफ सड़कें, चिकित्सा, शिक्षा, और पार्क इत्यादि का विशेष महत्त्व है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन सबकी व्यवस्था हमारे लिए महानगरों यानी बड़े नगरों में कौन करता है। यदि नहीं पता है तो कोई बात नहीं। चलिए हम आपको बताते हैं कि इन सुविधाओं की व्यवस्था करने वाला नगर निगम का शीर्ष अधिकारी नगर आयुक्त कौन होता है? और उसके अधिकार एवं कर्तव्य क्या होते हैं? हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

यदि आपके यहां चकबंदी हो चुकी है या फिर हो रही है तो आपको पता होगा कि चकबंदी में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका लेखपाल की होती है। लेखपाल ही भूमि की माप करता है। हालांकि कई बार लेखपाल की जाने या अनजाने में की गयी लापरवाही कारण किसानों को उनकी वास्तविक भूमि उनके हाथ से निकल जाती है। तब लेखपाल के निर्णय से असंतुष्ट किसान उप संचालक चकबंदी जैसे शीर्ष अधिकारियों के यहां अपील करते हैं। जिससे उन्हें उनकी भूमि वापस मिल सके। लेकिन उन्हें पता ही नहीं होता है कि उप संचालक चकबंदी कौन होता है और उसके अधिकार एवं कर्तव्य क्या होते हैं। यदि आपको भी नहीं पता है तो कोई बात नहीं है। चलिए हम आपको बताते हैं...। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

यदि आपके गांव में चकबंदी हो रही है, या हो चुकी है तो ये जानकारी आपके काम की है। क्योंकि, गांवों में खेत की सीमा सम्बन्धी विवाद, सरकारी भूमि पर अतिक्रमण आदि की शिकायतें मिलने के कारण सरकार चकबंदी तो कराती है, लेकिन अधिकतर किसानों को इस प्रक्रिया के बारे में कोई जानकारी नहीं होती है। उन्हें ये भी नहीं पता होता है कि चकबंदी की कार्यवाही का संचालन और उनकी मूल आपत्ति का निस्तारण कौन करता है। यदि आप भी नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है। चलिए आपको विस्तार से बताते हैं,,,। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

आप किसान हैं और आपके पास खेती या अन्य कोई भूमि है तो आपने अपने जनपद की तहसील के सहायक चकबंदी अधिकारी के कार्यालय का चक्कर अवश्य लगाया होगा। यदि बड़ी आसानी से आपका कार्य हो गया हो गया था तो यह बहुत प्रसन्नता की बात है,,, लेकिन सामान्य रुप से सुनने और देखने को मिलता है कि लोग काफी समय से कार्यालय का चक्कर लगाते रहते हैं, लेकिन उनका कार्य नहीं होता है। क्योंकि उन्हें पता ही नहीं होता है कि सहायक चकबंदी अधिकारी कौन होता है,,,। चलिये हम आपको बताते हैं,,,। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

आपने अपने जनपद की तहसील के राजस्व विभाग के महत्वपूर्ण अधिकारी, चकबंदीकर्ता का नाम तो आपने सुना ही होगा। जिसके पास जमीन होगी, उनका तो चकबंदीकर्ता से पाला भी पड़ा होगा। क्योंकि भूमि की नाप के मामले में लेखपाल से वरिष्ठ चकबंदीकर्ता ही होता है, जिसकी चकबंदी के कार्य में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। हालांकि , हो सकता है कि आप लोगों में से बहुत से लोगों को पता ही नहीं हो कि चकबंदीकर्ता कौन होता है? और उसके अधिकार एवं जनता के प्रति कर्तव्य क्या होते हैं? चलिये आपको बताते हैं,,,। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

यदि आपके क्षेत्र में चकबंदी हो चुकी है या फिर अभी भी चकबंदी की प्रक्रिया चल रही है तो आप चकबंदी लेखपाल से अवश्य परिचित होंगे। हालांकि इस प्रक्रिया के समय कई लोगों को चकबंदी लेखपाल की कार्यशैली नहीं पसंद आ रही होगी। और वे चकबंदी लेखपाल का विरोध भी करना चाह रहे होंगे, लेकिन उनको पता ही नहीं होगा कि भूमि से संबंधित महत्वपूर्ण कार्य करने वाले इस कर्मचारी का जनता के प्रति कर्तव्य क्या हैं। यदि आपको भी नहीं पता है तो इसमें चिंता की कोई बात नहीं। चलिए आपको विस्तार से बताते हैं....। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

आप किसान हैं और आपके पास खेती या अन्य कोई भूमि है तो आपने अपने जनपद की तहसील के सहायक चकबंदी अधिकारी के कार्यालय का चक्कर अवश्य लगाया होगा। यदि बड़ी आसानी से आपका कार्य हो गया हो गया था तो यह बहुत प्रसन्नता की बात है,,, लेकिन सामान्य रुप से सुनने और देखने को मिलता है कि लोग काफी समय से कार्यालय का चक्कर लगाते रहते हैं, लेकिन उनका कार्य नहीं होता है। कई बार तो घूस भी मांग ली जाती है,,,। चलिए हम आपको विस्तार से बताते हैं...।

भारत जैसे विशाल देश में, जहां विश्व के सबसे अधिक पशु रहते हैं। ऐसी स्थिति में सबसे बड़ी चुनौती उन पशु चिकित्सा अधिकारियों के सामने है, जो इन पशुओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए उत्तरदायी हैं। क्योंकि उचित चिकित्सा मिलने पर ही पशुओं की मृत्यु पर विराम लगेगा। हालांकि पशु चिकित्सकों से अधिक उत्तरदायित्व जनपद में बैठे मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी का है जो पूरे जनपद के पशुपालन कार्यक्रमों का संचालन करते हैं। और चिकित्सा की सुविधायें उपलब्ध करवाते हैं। ,,, चलिए आपको विस्तार से बताते हैं,,,।

यदि आप किसी नगर में रहते हैं तो आपको पता होगा कि आपके यहां विकास कार्यों को करने के लिए नगर पालिका परिषद या नगर पंचायत होती है। इसका एक अध्यक्ष और कई सदस्य होते हैं, जिन्हें जनता द्वारा निर्वाचित किया जाता है, जबकि एक अधिशासी अधिकारी भी होता है। जो नगर पालिका परिषद या नगर पंचायत की बैठक में लिये गये निर्णयों के अनुसार नगर के विकास कार्यों को कार्यान्वित करता है। और उनका निरीक्षण भी करता है। ,,,,, चलिए हम आपको विस्तार से बताते हैं।

विश्व में भारत ही एक मात्र देश हैं, जहां सबसे अधिक पशु-पक्षी पाए जाते हैं। लेकिन भारी संख्या में पशुओं के होने के बावजूद हमारे देश के ग्रामीण क्षेत्रों में पशु चिकित्सकों की काफी कमी है। समय के साथ मौसम और जलवायु में आए बदलाव के कारण पशु जब बीमारी का शिकार होते रहते हैं, लेकिन उनके इलाज के लिए पशु चिकित्सा अधिकारी बहुत ही कठिनायी से मिलते हैं। जो बहुत ही चिंता का विषय है।,,,चलिए आपको विस्तार से बताते हैं,,,।

बहुधा देखने और सुनने को मिलता है कि जब भी कोई सामन्य रोगी किसी भी सरकारी चिकित्सालय में चिकित्सा के लिए जाता है तो वहां पर उसकी उचित तरीके से चिकित्सा नहीं की जाती है। यदि आपके साथ भी इस तरह की घटना हो तो इसमें परेशान होने की कोई आवश्यकता नहीं है। ऐसी स्थिति में आप अपने जिले यानी जनपद के सीएमओ से इन चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों के विरुद्ध शिकायत कर सकते हैं। चलिए हम आपको विस्तार से बताते हैं।

देश के प्रत्येक जिले यानी जनपद में परिवहन संबंधी कार्यों को सुचारु रुप से संचालित करने के लिए एआरटीओ की नियुक्त की गयी है। वह मोटर वाहन अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों को लागू करने के लिए उत्तरदायी होता है। यदि आप लोगों को एआरटीओ के विषय में जानकारी नहीं है तो कोई बात नहीं है।,,,चलिए हम आपको विस्तार से बताते हैं।

यदि आप हर वर्ष सरकारी क्रय केंद्र यानी मंडी में धान या गेहूं का विक्रय करते होंगे तो आपको पता होगा कि क्षेत्रीय विपणन अधिकारी कौन होता है। हालांकि इस खरीदी के समय क्षेत्रीय विपणन अधिकारी की भूमिका को लेकर हर वर्ष किसानों के बीच असंतोष बना रहता है। किसान इन पर गलत और मनमाने ढंग से धान की खरीदी के आरोप लगाते रहते हैं। लेकिन अभी भी बहुत से लोगों को जानकारी नहीं है कि क्षेत्रीय विपणन अधिकारी कौन होता है और उसके कर्तव्य और दायित्व क्या होते हैं। चलिए हम आपको बताते हैं,,,,।

यदि आप किसान हैं या फिर उचित दर की दुकान यानी कोटेदार के यहां से राशन लेते होंगे तो आपने जिला खाद्य विपणन अधिकारी के बारे में अवश्य सुना होगा। यह भी हो सकता है आप लोगों में से कुछ लोगों ने खाद्यान्न क्रय केंद्र में अनाज के क्रय यानी खरीदी में धांधली से परेशान होकर जिला खाद्य विपणन अधिकारी से शिकायत भी की होगी। लेकिन क्या आपको पता है कि जिला खाद्य विपणन अधिकारी कौन होता है और उसके कर्तव्य और दायित्व क्या होते हैं। यदि नहीं पता है तो कोई बात नहीं है। चलिए हम आपको बताते हैं।

जनपद के खाद्य और रसद विभाग के विपणन अधिकारी यानी मार्केटिंग इंस्पेक्टर के कारनामों के बारे में तो आपने सूना ही होगा। गलत और मनमाने ढंग से धान की खरीदी और कोटेदारों से मिली भगत करके राशन की कालाबाजारी करने के इनके कारनामों की चर्चा तो हर तरफ होती ही रहती ही है। लेकिन बहुत से लोगों को अभी पता नहीं है कि विपणन निरीक्षक क्या होता है और यह किस प्रकार के कर्तव्यों का निर्वहन करता है। ,,, चलिए हम आपको विस्तार से बताते हैं,,,।

यदि आप देश के किसी महानगर में रहते हैं तो आपको पता होगा कि महापौर यानी मेयर कौन होता है। हो सकता है आपने महापौर के निर्वाचन के लिए मतदान भी किया होगा, यदि किसी व्यक्ति को नहीं पता है कि महापौर कौन होता है, तो कोई बात नहीं है।,,,चलिए हम आपको विस्तार से बताते हैं,,,। 

http://adhikarexpress.com/

माना जाता है कि लगभग सभी विभागों से इंस्पेक्टर राज का अंत हो चुका है, लेकिन खाद्य एवं रसद विभाग का सप्लाई इंस्पेक्टर यानी पूर्ति निरीक्षक इस मामले में अनोखा है। लोगों का कहना है कि वह मन का राजा होता है, वह चाहे तो आपका राशन कार्ड बन जाएगा और राशन भी मिल जाएगा, और यदि वह न चाहे तो फिर आप अपनी समस्या को लेकर किसी भी वरिष्ठ अधिकारी का चक्कर लगाते रहिए। इससे उन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।,,, चलिए हम आपको विस्तार से बताते हैं कि सप्लाई इंस्पेक्टर क्या होता है,,,।

नगर या गांव में, जहां भी आप रहते हैं वहां पर आप उचित दर की दुकान यानी राशन की दुकान से अवश्य परिचित होंगे। ऐसी आशा है कि इस कोरोना काल में आपको उचित दर पर खाद्यान्न यानी राशन भी मिल रहा होगा। लेकिन यदि किसी को भी खाद्यन्न नहीं मिल रहा है तो वह अपने जिले यानी जनपद के जिला पूर्ति अधिकारी से उचित दर की दुकान के विक्रेता के विरुद्ध लिखित शिकायत कर सकता है। और कार्रवाई की मांग भी कर सकता है। ,,,चलिए हम आपको विस्तार से बताते हैं,,,,।

आपने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई के समय शिक्षा विभाग के अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक के विषय में अवश्य सुना होगा। हो सकता है कई लोगों ने अपने विद्यालय में हो रही किसी समस्या के समाधान को लेकर भेंट भी की होगी। लेकिन फिर भी यदि आप लोगों को जानकारी नहीं है कि जिला विद्यालय निरीक्षक कौन होता है और उसके कार्य क्या-क्या होते हैं, तो कोई बात नहीं है।,,,चलिए हम आपको विस्तार से बताते हैं,,,,।

आपने जनपद के बेसिक शिक्षा अधिकारी के बारे में अवश्य सुना होगा । यह भी हो सकता है कि आप लोगों में कई लोगों ने प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों की मनमानी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी से शिकायत भी की होगी। जिससे प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को सुचारु रुप से अच्छी शिक्षा मिल सके। लेकिन क्या आपको जानकारी है कि बेसिक शिक्षा अधिकारी कौन होता है? उसके कार्य क्या होते हैं? यदि आपको नहीं पता है तो कोई बात नहीं। ,,,,चलिए हम आपको विस्तार से बताते हैं,,,,।

आप किसी शहर यानी नगर में रहते हैं तो आप आपने पार्षद के बारे में अवश्य जानते होंगे। और हो सकता है अपने मोहल्ले के किसी विकास के कार्य को लेकर पार्षद से भेंट भी की होगी। क्योंकि वह ग्राम पंचायत की तरह आपके मोहल्ले के विकास कार्यों को करवाने के लिए उत्तरदायी होता है। लेकिन अभी भी किसी व्यक्ति को यह पता नहीं है कि पार्षद क्या होता है और उसके कार्य क्या होते हैं तो कोई बात नहीं।,,, चलिए हम आपको बताते हैं,,,।

हमारे देश में सामान्य रुप से देखने को मिलता है कि जब कोई साधारण व्यक्ति किसी भी घटना को लेकर पुलिस थाना जाता है, तो बहुधा यानी अक्सर पुलिसवाले उसकी एफआईआर यानी प्रथम सूचना रिपोर्ट पंजीकृत नहीं करते हैं। यदि वह एफआईआर पंजीकृत भी कर भी लेते हैं तो घटना पर कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। ऐसी दशा में पीड़ित व्यक्ति के पास एक ही रास्ता बचता है कि वह जनपद के पुलिस प्रमुख, यानी पुलिस अधीक्षक से लिखित शिकायत करे और पुलिस थाने को संबंधित मामले में कार्रवाई करने का निर्देश देने की मांग करे। इसलिए आपके लिए यह जानना बहुत आवश्यक है कि पुलिस अधीक्षक कौन होता है और उसके अधिकार एवं कर्तव्य क्या होते हैं।

हमारे देश में पंचायती राज व्यवस्था के अंतर्गत गांव के विकास के लिए जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायत की स्थापना की गयी है। जिससे पंचायती राज व्यवस्था के माध्यम से पंचायतों के विकास में ग्रामीणों की प्रभावी भागीदारी को सुनिश्चित किया जा सके। और गांवों का विकास किया जा सके। इसके लिए जिला पंचायत के स्तर पर जिला विकास अधिकारी की नियुक्त की गयी है, जो ग्राम विकास विभाग की योजनाओं को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।,,,,चलिए हम आपको विस्तार से बताते हैं,,,,।

हमारे देश में पंचायती राज व्यवस्था के अंतर्गत गांव के विकास के लिए जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायत की स्थापना की गयी है। जिससे पंचायती राज व्यवस्था के माध्यम से पंचायतों के विकास में ग्रामीणों की प्रभावी भागीदारी को सुनिश्चित किया जा सके। और गांवों का विकास किया जा सके। इसके लिए जिला पंचायत के स्तर पर मुख्य विकास अधिकारी की नियुक्त की गयी है, जो ग्राम पंचायत के पंचायत सचिव की तरह ही जिला पंचायत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।,,, चलिए आपको विस्तार से बताते हैं,,,,।

हमारे देश में पंचायती राज व्यवस्था के अंतर्गत ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत, और जिला पंचायत की स्थापना की गयी है। जिससे पंचायती राज व्यवस्था के माध्यम से सामान्य ग्रामीण जनता की लोकतंत्र में प्रभावी भागीदारी को सुनिश्चित किया जा सके। वहीं इस व्यवस्था को चलाने के लिए विकास खंड कार्यालय में खंड विकास अधिकारी के नीचे सहायक विकास अधिकारी पंचायत को नियुक्त किया गया है। जो गांव के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि आपको इसके बारे में जानकारी नहीं हैं तो कोई बात नहीं है चलिए हम आपको बताते हैं,,,,।

Page 2 of 3
Load More

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

बंदी (कैदी) का अधिकार