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युवक पर आत्महत्या के बाद चोरी का केस दर्ज !

युवक पर आत्महत्या के बाद चोरी का केस दर्ज !

कोरबा (छत्तीसगढ़) । पुलिस का एक और हैरान कर देने वाला अनोखा कारनामा सामने आया है। कोरबा के मस्तूरी क्षेत्र में एक युवक ने पुलिस द्वारा डीजल चोरी के आरोप में धमकाने पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस इतने पर ही नहीं रुकी उसने मृतक के खिलाफ चोरी का केस भी दर्ज कर लिया। पुलिस के इस कारनामे से नाराज परिजनों ने मस्तूरी थाना अध्यक्ष से मिलकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की।  

बताया जा रहा है कि कोरबा जिले के मस्तूरी क्षेत्र के ग्राम पेंड्री निवासी राकेश भास्कर का पुत्र आकाश भास्कर मंगलवार को कोरबा के पथर्रीपारा में रहने वाले अपने चाचा के घर घूमने गया था। इस दौरान मस्तूरी थाने के एएसआइ यदु आकाश की तलाश में पेंड्री स्थित उसके घर पहुंच गए। उन्होंने परिजन को बताया कि वह डीजल चोरी करने का आरोपित है। लिहाजा, उससे पूछताछ करनी है। एएसआई को परिजनों ने बताया कि आकाश अपने चाचा के यहां कोरबा गया हुआ है। इस पर एएसआई ने मोबाइल पर बात कराने के लिए कहा। परिजनों का आरोप है कि मोबाइल पर ही आकाश को एएसआई ने डीजल चोरी करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने की धमकी दी। इसकी वजह से आकाश बेहद घबरा गया और रात में ही चाचा के घर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। रामपुर पुलिस ने केस दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया है। रामपुर पुलिस का कहना है कि आकाश के आत्महत्या करने की वजह की जांच अभी की जा रही है।

वहीं नाराज परिजन मस्तूरी थाना पहुंच गए और आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने इस मामले के दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इधर, युवक की आत्महत्या का मामला तूल पकड़ते देखकर मस्तूरी पुलिस ने लीपापोती शुरू कर दी है। पुलिस ने दर्रीघाट निवासी हाइवा संचालक दिलीप कुमार लोनिया की शिकायत पर गुरुवार को आकाश के खिलाफ चोरी का अपराध दर्ज कर लिया है। और कानूनी कार्यवाही शुरु कर दी।

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

बंदी (कैदी) का अधिकार