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25 नकारा/दागी पुलिसकर्मियों की सेवाएं खत्म

25 नकारा/दागी पुलिसकर्मियों की सेवाएं खत्म

बरेली (उत्तर प्रदेश)। प्रदेश में खराब प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर लगातार गाज गिरना जारी है । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बरेली रेंज के 25 नाकारा या दागी पुलिसकर्मियों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। इन सभी पुलिसकर्मियों की उम्र पचास साल से ज्यादा है।

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन दिनों उत्तर प्रदेश की बिगड़ी कानून व्‍यवस्‍था को ठीक करने में लगे हुए हैं। योगी आदित्यनाथ ने निर्णय लिया है कि जो पुलिसकर्मी 50 साल की उम्र पूरी कर चुके हैं और विभाग पर बोझ बने हुए हैं । ये बार-बार विभाग की बदनामी करवा रहे हैं, जिससे सरकार की छवि खराब हो रही है। ऐसे पुलिस वाले जो दागदार हैं, भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, नकारा हैं या उन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। ऐसे सभी पुलिस वालों को नौकरी से निकाल दिया गया है। डीआइजी रेंज की स्क्रीनिंग कमेटी में ऐसे पुलिस वालों की पहचान की गई थी। इसमें फरीदपुर सीओ के स्टोनो का काम देख रहे इंस्पेक्टर ब्रहमपाल सिंह, बदायूं में तैनात दारोगा नेमपाल सिंह, रोहित हुसैन, विजयपाल सिंह, शाहजहांपुर में तैनात दारोगा अशोक कुमार, सत्येंद्र कुमार, एएसआइ जयकिशन का नाम शामिल था। इनके अलावा बरेली जिले के छह पुलिसकर्मियों को भी अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गयी है। इनमें एसआइ महेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल शिवकुमार सिंह, प्रीतम सिंह, नन्हकी लाल, अयूब खां, गंगाराम शामिल हैं। इस अनिवार्य सेवानिवृत्ति में एक इन्स्पेक्टर, 5 सब इन्स्पेक्टर, 7 हेड कॉन्स्टेबल, 11 सिपाही समेत 25 पुलिसकर्मी शामिल हैं।' हालांकि ऐसे सभी कर्मचारियों को 3 महीने का एडवांस वेतन के साथ-साथ रिटायरमेंट की अन्य सभी सुविधाएं भी दी जाएंगी।

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

बंदी (कैदी) का अधिकार