Main Menu

पूर्व मुख्यमंत्री के दामाद के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर

पूर्व मुख्यमंत्री के दामाद के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर

रायपुर (छत्तीसगढ़)। पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दामाद डॉ. पुनीत गुप्ता के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी कर दिया है। सरकारी मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल डीकेएस के पूर्व अधीक्षक रहे डॉ. पुनीत गुप्ता गुप्ता के विदेश भागने की आशंका है। इसी बात को ध्यान में रखकर शुक्रवार दोपहर को सर्कुलर आइबी को भेजा गया है, ताकि देश भर के सभी एयरपोर्ट पर लुक आउट सर्कुलर चस्पा किया जा सके। डॉ. पुनीत गुप्ता पर डीकेएस सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में 50 करोड़ रुपए के उपकरण खरीद घोटाले में गोलबाजार थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज है। पुलिस लुक आउट सर्कुलर जारी करने से पहले डीकेएस अस्पताल गयी थी, जहां डॉ. पुनीत गुप्ता के डिजिटल लॉकर की जांच की, लेकिन लॉकर में कुछ नहीं मिला। 

पुलिस के अनुसार डीकेएस अस्पताल घोटाले में डॉ. पुनीत गुप्ता को मुख्य आरोपी नामजद किया गया है। उन्हें पूछताछ के लिए तीन बार नोटिस जारी कर तलब किया था, लेकिन वे हाजिर नहीं हुए। बल्कि अपने वकील के माध्यम से उन्होंने स्वास्थ्य ठीक नहीं होने का हवाला देकर पुलिस से 20 दिन की मोहलत मांगी थी, लेकिन पुलिस ने राहत देने से इंकार करते हुए उन्हें पूछताछ में सहयोग करने के लिए कहा था। लेकिन उन्होंने कोई पहल नहीं की। उनकी तलाश में पुलिस टीम ने पिछले महीने न्यू राजेंद्र नगर मेन रोड स्थित उनके पिता के जीबीजी किडनी सेंटर और घर पर छापेमारी की थी, लेकिन वहां भी वे नहीं मिले। पिता डॉ.जीबी गुप्ता भी पुलिस के सामने नहीं आए। उनके कमरों से डीकेएस से जुड़े कई अहम दस्तावेज जब्त कर पुलिस लौट आई थी। पुलिस का दावा है कि डॉ. पुनीत अभी देश में ही हैं। 

वहीं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का कहना है कि डीकेएस अस्पताल घोटाले से जुड़ी 50 करोड़ रुपए की फाइलें नहीं मिली हैं । उन्होंने बताया कि अस्पताल के लिए 49 करोड़ के उपकरण खरीद की अनुमति थी, पर 120 करोड़ की खरीदी की गई। डॉ. पुनीत पर दान में दिए भवन को 70 करोड़ में गिरवी रखने का भी आरोप है। पुलिस इसकी भी जांच कर रही है।

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

बंदी (कैदी) का अधिकार