Main Menu

बैरक में शराब बेचने वाले 5 पुलिसकर्मी गिरफ्तार

बैरक में शराब बेचने वाले 5 पुलिसकर्मी गिरफ्तार

बेगूसराय (बिहार)। सुशासन बाबू की सरकार में पुलिस कानून व्यवस्था को छोड़कर शराब तस्करी में उतर आयी है। बेगूसराय में पुलिस अधीक्षक ने अपने ही महकमे के पांच जवानों को अवैध शराब की खेप के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए पुलिसकर्मियों में दो सैप के जवान तथा तीन होमगार्ड के जवान शामिल हैं।

पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार को सूचना मिली थी कि मुफस्सिल थाना के पुलिस बैरक में पुलिस जवान ने पीने के लिए शराब छुपाकर रखा है। इस सूचना के आधार पर एसपी ने पुलिस बैरक में छापेमारी की। छापेमारी में तीन कार्टन शराब बरामद हुआ। इसके अलावा पुलिस ने बाइक पर सवार दो सिपाहियों को दो कार्टन शराब लाते हुए हनुमानगढ़ी से गिरफ्तार कर लिया। इनमें सैप जवान रविंद्र कुमार, राजदेव सिंह, होमगार्ड के जवान सुरेंद्र कुंवर, प्रमोद कुमार सिंह तथा दीपक कुमार सिंह शामिल हैं। पांचों पुलिसकर्मी मुफस्सिल थाना में ही पदस्थापित थे। एसपी ने बताया कि उक्त पांचों आरोपी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध उत्पाद अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें जेल भेजा जा रहा है। एसपी ने कहा कि शराब के मामले में वह किसी को बख्शने वाले नहीं हैं।

गौरतलब है कि चार दिन पहले मुफ्फसिल थाना की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर हनुमानगढ़ी गांव स्थित सरकारी स्कूल से पंजाब से लाई गई रॉयल स्टैग ब्रांड की 414 कार्टन अवैध विदेशी शराब से भरा एक ट्रक पकड़ा था। मुफस्सिल थाना अध्यक्ष राजबिंदु प्रसाद के अनुसार जिस समय शराब जब्त की गई थी, उसी समय उक्त पांचों पुलिसकर्मियों ने वरिष्ठ पदाधिकारियों की आंखों में धूल झोंक कर पांच कार्टन शराब गायब कर वहीं झाडिय़ों में छुपा कर रख दिया था। जिसे बाद में एक-एक करके थाना परिसर स्थित अपने पुलिस बैरक में लाए थे। वहीं थाने के कुछ पुलिसकर्मियों ने बताया कि पकड़े गए सैप एवं होमगार्ड के जवान इसी प्रकार से छापेमारी के दौरान शराब बरामदगी के क्रम में शराब की पेटियों की चोरी कर छिपाकर रखते थे। और बाद में उन शराब की बोतलों को ऊंची कीमत पर बेचकर काली कमाई करते थे।

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

बंदी (कैदी) का अधिकार