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पुलिस थाने से रिश्वतखोर थानेदार फरार

पुलिस थाने से रिश्वतखोर थानेदार फरार

गया (बिहार) आपने पुलिस की गिरफ्त से अपराधियों को फरार होते अक्सर सुना होगा, लेकिन गया में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां रिश्वत लेने के आरोप में बंद चाकन्द थानाध्यक्ष पवन कुमार पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गया। इसने दो शराब तस्करों को 1 लाख 16 हजार रुपए रिश्वत लेकर छोड़ दिया था। इस घटना की सूचना मिलने के बाद जिले के एसएसपी राजीव मिश्र थाने पहुंचे और आरोपी पवन कुमार को थाने से ही पकड़ लिया और उससे रिश्वत की रकम भी बरामद कर ली थी। इसके बाद पवन कुमार को पूछताछ के लिए डीएसपी कार्यालय लाया गया। चंदौती थाने में उसे रखकर कागजी प्रक्रिया पूरी कर जेल भेजने की तैयारी की जा रही थी तभी वह पुलिसकर्मियों को चकमा देकर वह फरार हो गया। पुलिस आरोपी पवन कुमार की तलाश कर रही है।

वहीं एसएसपी ने बताया कि थानाध्यक्ष को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही शुरू कर दी गई है। चूंकि उसे रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, इसलिए चाकंद थाने में ही डीएसपी विधि व्यवस्था संजीव प्रभार ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। 

गौरतलब है कि मिली जानकारी के मुताबिक छापेमारी के दौरान चाकंद थानाध्यक्ष ने शुक्रवार की रात नगर प्रखंड गन्नु बिगहा गांव से शराब से लदी 1 बोलेरो और 4 तस्करों को भी गिरफ्तार किया था। बताया जा रहा है कि थानाध्यक्ष पवन कुमार ने तस्करों के बिचौलिए सरपंच से बातचीत करके 1 लाख 16 हजार में मामले की डील की और दो तस्कर को छोड़ दिया। गाड़ी छोडऩे के लिए शराब तस्करों से तीन लाख रुपये की मांग की गई थी। तस्करों ने डेढ़ लाख रुपये का भुगतान कर दिया था। हालांकि एसएसपी को इसकी गुप्त सूचना मिल गई थी। जब इस घटना की सूचना एसएसपी को मिली तो वह स्वयं मामले की पड़ताल करने चाकन्द थाने पहुंच गए। और उन्होंने एएसपी संजय भारती एवं डीएसपी संजीव प्रभार के साथ थानाध्यक्ष के सरकारी आवास की छानबीन की। वहां से 1 लाख रुपए 16 हजार रुपये बरामद होने के बाद एसएसपी ने तत्काल उसे गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी ने बताया कि इसके पीछे पुलिस की लापरवाही या मिलीभगत है। दोनों बिंदुओं पर जांच की जा रही है। एसएसपी की माने तो इस मामले में पुलिस की मिलीभगत है। दोषी पाए जाने पर विधि व्यवस्था डीएसपी और सर्किल इंस्पेक्टर दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी ने बताया कि थानाध्यक्ष ने शराब की खेप बरामद करने के बाद रिपोर्ट भी दर्ज नहीं किया था। पुलिस की मिलीभगत से आरोपी थानाध्यक्ष फरार है। फिलहाल पुलिस थानाध्यक्ष पवन कुमार, बिचौलिया सरपंच और फरार दोनों तस्करों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है।

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

बंदी (कैदी) का अधिकार