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20 वर्ष से ज्यादा पुराने वाणिज्यिक वाहन होंगे कबाड़ घोषित

20 वर्ष से ज्यादा पुराने वाणिज्यिक वाहन होंगे कबाड़ घोषित

नई दिल्ली। यदि आप 20 वर्ष से ज्यादा पुराने वाणिज्यिक वाहन को इस्तेमाल करते हैं तो सावधान हो जाएं। क्योंकि अब 20 वर्ष से ज्यादा पुराने वाणिज्यिक वाहनों को अनिवार्य रूप से कबाड़ घोषित कर सड़कों से हटाने की लंबित नीति को प्रधानमंत्री कार्यालय में एक उच्चस्तरीय बैठक में सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई है। सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भी घोषणा की है कि वाहनों से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए वाहनों को नष्ट करने की नीति को तकरीबन अंतिम रूप दिया जा चुका है। बताया जा रहा है कि यहां पर कबाड़ घोषित किए गए कमर्शियल वाहन के बदले एक नए कमर्शियल वाहन की खरीद पर 28 फीसद के बजाय 18 फीसद जीएसटी लगाने की अपील की जाएगी। वहीं जीएसटी काउंसिल केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से प्रस्तावित छूट पर विचार करेगी। यह व्यवस्था एक अप्रैल, 2020 से लागू हो जाएगी।

आपको बता दें कि इस बैठक में नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत, वित्त सचिव, भारी उद्योग सचिव, इस्पात सचिव के साथ ही सड़क, परिवहन व राजमार्ग के सचिव  शामिल हुए। इसी बैठक में यह महत्वपूर्ण फैसला लिया गया।

गौरतलब है कि नितिन गडकरी ने कहा था कि वाहनों के प्रदूषण को खत्म करने के लिए नीति लाने की जरूरत है। साथ ही हर साल वाहनों की बढ़ती तादाद को देखते हुए हर तीसरे साल एक अतिरिक्त हाईवे लेन बनानी होगी, जिसकी लागत 80,000 करोड़ रुपये होगी। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए सरकार यह कदम उठाने जा रही है।

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

बंदी (कैदी) का अधिकार